घग्गर का जलस्तर बढ़ा, जाखल में किसान दे रहे बांध पर पहरा
लगातार तीन दिन तक हुई बारिश के बाद जाखल के पास से गुजरने वाली घग्गर नदी
संवाद सूत्र, जाखल: लगातार तीन दिन तक हुई बारिश के बाद जाखल के पास से गुजरने वाली घग्गर नदी पूरे उफान पर है। पानी नदी के किनारों से टकरा कर बह रहा है। पानी के बहाव व तेज गति को देखकर किसानों की चिन्ता बढ़ रही है। जाखल व कासिमपुर के बीच बने पुल पर खड़े होकर देखने से पता चलता है कि किसानों की ¨चता क्या है। इस पुल पर खड़े होकर दूर तक का नजारा दिखाई देता है। चारों तरफ फसल पकी हुई है और बीच में तेज बहाव के साथ नदी का पानी बह रहा है। यदि पहाड़ी इलाकों में एक या दो बार अच्छी बारिश और हो गई तो यहां पर बाढ़ आ सकती है। जाखल के साथ ही गांव कासिमपुर, नड़ैल, उदयपुर, कड़ेल, तलवाड़ा, तलवाड़ी आदि इस खतरे को सबसे ज्यादा समझते हैं। दरअसल, जब भी घग्गर में पानी का बहाव तेज होता है तो सबसे पहले तबाही इन्हीं गांवों में मचती है। आसपास की सैकड़ों एकड़ जमीन जलमग्न हो जाती है। जब धान पकने की स्थिति में हैं, तो ऐसे समय में बाढ़ की मार और ज्यादा भयंकर होगी। किसान अपने खेतों को बचाने के लिए दिन रात पहरेदारी कर रहे हैं। एक दूसरे को फोन पर हालातों की जानकारी दे रहे हैं। यहां जाखल व कासिमपुर के बीच बना पुल भी किसी खतरे से कम नहीं है। पुल से मात्र एक फुट नीचे पानी बह रहा है। किसानों का कहना है कि यह पुल काफी पुराना व जर्जर हो चुका है। इसका निर्माण 1987 में देवी लाल की सरकार के समय बना था। उस समय टोहाना के विधायक पीर चन्द थे। तब से यही पुल काम में लाया जा रहा है। जर्जर होने के कारण हर समय पुल के गिरने का डर बना रहता है। फिलहाल नदी में 15 हजार क्यूसिक पानी है, जबकि मंगलवार को 7 हजार क्यूसिक पानी बह रहा था।
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खतरे के निशान से पानी अभी नीचे: नायब तहसीलदार
संवाद सूत्र, रतिया: हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बरसात के चलते घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ गया है। भारी बरसात के कारण पिछले काफी समय से खाली पड़ी घग्गर नदी का जलस्तर कई फुट ऊंचा हो गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने घग्गर नदी के जलस्तर पर नजर रखनी शुरू कर दी है। नायब तहसीलदार गोपी चन्द घग्गर का निरीक्षण करने पहुंचे। हालांकि उन्होंने राहत की खबर दी है। उन्होंने बताया कि रतिया में घग्गर के पुल पर 20 फुट का गेज निशान लगा हुआ है और अभी तक घग्गर का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है और प्रशासन घग्गर के जलस्तर की लगातार निगरानी कर रहा है।