वीडीएसटी ने 51 हजार आइडी लगाकर 20 करोड़ रुपये ठगे, पांच करोड़ ही दिए वापस
लोगों को करोड़पति बनने का प्रलोभन देकर चिटफंड कंपनियां खुद
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
लोगों को करोड़पति बनने का प्रलोभन देकर चिटफंड कंपनियां खुद थोड़े ही दिन में करोड़पति बन गई। लोगों का भरोसा जितने के लिए फर्जी आइडी भी लगाती रही ताकि लोग ये समझे की कंपनी विश्वसनीय है। मात्र चार से पांच महीने में लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाली कंपनियों के जाल में हजारों लोग फंस चुके हैं और करोड़ों रुपये लगा चुके हैं। इसका खुलासा दोनों कंपनियों के पकड़े गए प्रबंधक और डायरेक्टर व अन्य लोगों से पूछताछ में हुआ है। जांच में अभी तक सामने आया है कि वीडीएसटी कंपनी 20 करोड़ रुपये लोगों से ठगी कर चुकी है। इसके अलावा ¨मट इवोल्यूशन ने भी डेढ़ करोड़ रुपये यहां के लोगों से ठगे हैं। दोनों ही कंपनियां प्रोडक्ट के नाम पर लोगों से रुपये इन कंपनियों में लगवा रही थी।
जांच में सामने आया है कि वीडीएसटी कंपनी ने अब तक 51 हजार आइडी लगवाई हैं और 20 करोड़ रुपये ठगे हैं। इस कंपनी ने पांच करोड़ रुपये ही अभी तक वापस दिए हैं। इसके अलावा ¨मट इवोल्यूशन आठ हजार आइडी लगवाई हैं। जिसमें एक करोड़ 66 लाख रुपये ठगे हैं।
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¨मट इवोल्यूशन ने पांच हजार आइडी लगाई फर्जी
जांच में अभी तक सामने आया है कि ¨मट इवोल्यूशन ने यहां पर आठ हजार आइडी लगाई हैं। जिसमें 22 सौ आइडी लोगों की है। इनसे डेढ़ करोड़ रुपये ठगे हैं। इसके अलावा पांच हजार आइडी फर्जी पाई गई हैं। प्रमोटरों ने खुद की फर्जी आइडी लगाई ताकि लोगों का विश्वास जीता जा चुके। अब जांच में प्रमोटर भी फंसेगे।
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लैब में होगी प्रोडक्ट की जांच
¨मट इवोल्यूशन हर्बल दवाइयां लोगों को बेचती थी। टीम ने यहां से हर्बल दवाइयां कब्जे में ली हैं। इनकी सप्लाई मध्यप्रदेश के भीलवाड़ा व दिल्ली से होती थी। यहां पर इनका कार्यालय है। टीम यहां से भी बरामदगी करेगी। इसके अलावा वीडीएसटी कार्यालय से टीम लेडिज सूट, सफारी सूट, टी शर्ट व मसालों को कब्जे में ले चुकी है। कंपनी आइडी लगाने वालों को ये प्रोडक्ट देती थी। यानि की 75 सौ रुपये की एक आइडी पर ये 15 सौ के करीब सामान देते थे। छह हजार रुपये किश्तों में बढ़ा कर देने का झासा देते थे। इसी तरह ये अन्य प्लान चला कर ठगी करते थे।
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सेमीनार स्थलों की होगी निशानदेही
एसआइटी पकड़े गए आरोपितों से रिमांड के दौरान सेमीनार स्थलों की निशानदेही करेगी। इन सेमीनार के द्वारा ही प्रमोटरों को कंपनी के स्कीम के बारे में बताया जाता था। इसके अलावा लोगों में विश्वास बनाने के लिए सेमिनार में ही चेन सिस्टम से लोगों को जोड़ने के लिए गाड़ी देने का प्रलोभन देते थे। वीडीएसटी ने कार्यालय खोलने के बाद यहां एक पैलेस में कार्यक्रम किया था। जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे।
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एसआइटी दोनों कपंनियों के पांच लोगों को काबू कर चुकी है। जिसमें चार को कोर्ट से सात दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। वीडीएसटी में 51 हजार निवेशकों के 20 करोड़ रुपये लगाए हैं। इसके अलावा ¨मट इवोल्यूशन ने डेढ़ करोड़ रुपये लगवाए हैं। इसी कंपनी की कुछ फर्जी आइडी भी सामने आई हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
- धर्मबीर पूनिया
इंचार्ज, एसआइटी फतेहाबाद