उजाला योजना के अंतर्गत तीसरे ठेकेदार ने भी काम छोड़ा
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: प्रधानमंत्री उजाला योजना पर फिर से अंधेरा छा गया है। ठेका लेन
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद:
प्रधानमंत्री उजाला योजना पर फिर से अंधेरा छा गया है। ठेका लेने के बाद ठेकेदार फिर से भूमिगत हो गया है। सब अर्बन कार्यालय सहित दूसरी बिजली घरों में लोग लोग बड़ी संख्या एलईडी बल्ब लेने के लिए आ रहे हैं, लेकिन वहां पर उन्हें उन्हें उजाला योजना के तहत एलईडी बेचने वाले नहीं मिल रहे। लोगों का कहना है कि उजाला योजना के पोर्टल पर दिखाया जा रहा है कि एलईडी बल्ब मिल रहा है, लेकिन पोर्टल के अनुसार बताई जगह पर जाते है तो वहां पर एलईडी बल्ब नहीं मिलते। वैसे सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को आ रही है, जिन्होंने पहले तीन साल की गारंटी के चक्कर में एलईडी बल्ब खरीद लिए थे, लेकिन अब उनमें खराबी आने के चलते बदले नहीं जा रहे। लोग खराब बल्बों को लेकर बड़ी संख्या में बिजली निगम के कार्यालय में चक्कर काट रहे है। वहां पर एलईडी कंपनी के कमरे को ताला लगा हुआ मिलता है। --जिले में अब तक 5 लाख 34 हजार एलईडी बिकी जिले में प्रधानमंत्री उजाला योजना के तहत अब तक 5 लाख 34 हजार एलईडी बल्ब बिके हैं। इन बल्ब की तीन साल की गारंटी है। योजना दो साल पहले शुरू हुई थी। ऐसे में अब शुरू में खरीदे गए बल्ब भी गारंटी में है। इनमें से बड़ी संख्या में बल्ब खराब हो गए। जिन्हें बदलवाने के लिए लोग चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनका समाधान नहीं होता दिखाई दे रहा है। --तीसरे ठेकेदार का भी हुआ मोहभंग उजाला योजना के तहत बल्ब बेचने के लिए दो साल में तीन बार ठेके हो गए है। तीनों बार ही कंपनी ने ठेका छोड़ दिया। दो बार तो नेशनल लेवल की फर्म ने ठेका लिया था, लेकिन उन्होंने बाद में एलईडी बेचने से मोह भंग हो गया। अब फिलहाल इस ठेकेदार के बारे में भी पता नहीं है कि वह कहां पर है।
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निगरानी कमेटी कंपनी के खिलाफ भेजेगी शिकायत :
निगरानी कमेटी के पदाधिकारी अनिल सिहाग व सत्यरावल भादू का कहना है कि उजाला योजना बहुत बढि़या है। जिन कंपनियों ने जानबूझ कर ठेका छोड़ा है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार से मांग की जाएगी। उजाला योजना से बिजली की बचत हुई है। इन्हें लगाने वालों उपभोक्ताओं का बिल बहुत कम आ रहा है। ऐसे में योजना के तहत जल्द से जल्द एलईडी बल्ब मिलने दोबारा शुरू किए जाए।