कम लागत में अधिक मुनाफा देती हैं तिलहनी फसलें : डा. भाकर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहाबाद द्वारा बुधवार को गांव गोरखपुर में
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहाबाद द्वारा बुधवार को गांव गोरखपुर में खेत दिवस का आयोजन किया गया। इस खेत दिवस का आयोजन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंर्तगत अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन योजना (तिलहन) के तहत किया गया। इस खेत दिवस का मुख्य उद्देश्य किसानों को राई (सरसों) फसल की उन्नत उत्पादन तकनीक की जानकारी देकर राई की उत्पादकता बढ़ाना था।
नोडल अधिकारी एवं विस्तार विशेषज्ञ डा. संदीप भाकर ने बताया कि सरसों फसल कम लागत में अधिक उत्पादन देने वाली फसल है। इस कारण किसान सरसों की उन्नत उत्पादन तकनीक अपनाकर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा इस योजना के तहत फतेहाबाद जिले में 30 हेक्टेयर क्षेत्रफल में राया फसल की उन्नत किस्म आरएच-0725 के अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन प्लाट लगाए हुए है। केन्द्र प्रभारी डा. सरदूल मान ने किसानों को सरसों में बीमारियों एवं कीट प्रबंधन बारे बताया। किसानों को प्रदर्शन प्लाट का अवलोकन करवाते समय उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनों में किसानों द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से सरसों की उन्नत उत्पादन तकनीकों जिनमें बीज उपचार, डीएपी की जगह एसएसपी खाद का इस्तेमाल, फसल में सल्फर खाद का प्रयोग और समन्वित कीट एवं रोग प्रबंधन किया गया है। केन्द्र के वैज्ञानिक डा. संतोष कुमार ने तिलहनी फसलों में खादों के संतुलित एवं उचित मात्रा में प्रयोग बारे बताया और किसानों से आह्वान किया कि वे अपने खेतों की मिट्टी व पानी की जांच अवश्य करवाएं और इसी आधार पर खादों का प्रयोग करें। इस अवसर पर 50 किसानों ने भाग लिया जिनमें रामबिलास शर्मा, ओमप्रकाश, साधूराम, बलजीत ¨सह, सुभाष आदि प्रगतिशील किसान भी शामिल रहे।