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..ये कैसी ऑनलाइन व्यवस्था, अब टोकन के नाम पर 10 नहीं 300 रुपये

जागरण संवाददाता फतेहाबाद प्रदेश सरकार ने तहसीलदार कार्यालय मे भ्रष्टाचार रोकने के ि

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 07:00 AM (IST)
..ये कैसी ऑनलाइन व्यवस्था, अब टोकन के नाम पर 10 नहीं 300 रुपये
..ये कैसी ऑनलाइन व्यवस्था, अब टोकन के नाम पर 10 नहीं 300 रुपये

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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प्रदेश सरकार ने तहसीलदार कार्यालय मे भ्रष्टाचार रोकने के लिए नया सॉफ्टेवयर लांच किया। इस सॉफ्टवेयर से 1 सितंबर से रजिस्ट्री शुरू हुई। करीब सवा महीने बंद रहने के बाद दोबारा शुरू हुई रजिस्ट्रियों में कई प्रकार परेशानी आ रही हैं। जिन्हें दूर करने का प्रयास तक नहीं किया जा रहा। सरकार ने दावा किया था कि इससे भ्रष्टाचार रूक जाएगा। हालांकि भ्रष्टाचार तो तब होगा जब रजिस्स्ट्री हो। फिलहाल रजिस्ट्री ही नहीं हो रही। जो किसान क्रेडिट कार्ड बन रहे हैं। उसमें भी कई प्रकार की परेशानी आ रही है। सबसे बड़ी परेशानी टोकन को लेकर है। जो पहले टोकन ई दिशा के अंदर महज 10 रुपये में मिल जाता था। अब वहीं टोकन बाहर से कटवाने के लिए ऑपरेटर 200 से 300 रुपये ले रहे हैं। फतेहाबाद तहसील में रजिस्ट्री न होने की वजह है कि ग्रामीण क्षेत्रों का रजिस्ट्री फीस शहरी क्षेत्र की तरह 5 व 7 फीसद कर दी। जबकि ये फीस नोटिफिकेशन जारी होने पर बढ़ती हैं। नोटिफिकेशन के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र की रजिस्ट्री फीस महिलाओं की 3 फीसद तो पुरूष के लिए 5 फीसद हैं। लेकिन साफ्टेवयर के अनुसार बढ़ी हुई रजिस्ट्री फीस दिखाई जा रही है। ऐसे में फिलहाल बड़ी रजिस्ट्री नही हो रही। महज गांवों के छोटे प्लाटों की कुछ रजिस्ट्रियां हो रही है। मजबुरन ग्रामीणों को अधिक रजिस्ट्री फीस भरनी पड़ रही है। इस समस्या को लेकर लोग लगातार संबंधित अधिकारियों के पास जा रहे है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। हद तो यह है कि गांव माजरा का डाटा तो पोर्टल पर दिखाई ही नहीं दे रहा। वहीं गांव कुम्हारियां की जमाबंदी न होने के चलते रजिस्ट्री के लिए टोकन भी नहीं कट रहा। गांव हिजरावां व दरियापुर को शहर में दिया गया है। जबकि ये गांव शहर के 10 से 15 लोमीटर दूर है। ------------------------ शहर की प्रॉपर्टी आईडी को बताया जा रहा इनवेलिड : पारदर्शिता लाने के लिए शहर की रजिस्ट्री करवाने वाले आवेदकों को प्रॉपर्टी आईडी जरूरी कर दी। यह प्रॉपर्टी आईडी नगर परिषद द्वारा जारी की जाती है। लेकिन अब प्लाट व मकान की रजिस्ट्री करवाने के लिए प्रयोग की जाने वाली प्रॉपर्टी आईडी को कई बार साफ्टवेयर में इनवेलिड दिखा देता है।

इससे लोग परेशान है। शहर के पवन ने बताया कि वह अपने प्लाट का प्रॉपर्टी टैक्स इत्यादि भरकर गया। लेकिन टोकन लेते समय प्रॉपर्टी की आईडी को इनवेलिड दिखाया गया। ऐसे में टोकन ही नहीं हुआ। जबकि उसी आइडी पर उसने हाउस टैक्स भरा था।

----------------------- प्रतिदिन जारी होते है 80 टोकन, रजिस्ट्री आधी :

फतेहाबाद तहसील में प्रतिदिन 70 से 80 टोकन जारी होते हैं, लेकिन रजिस्ट्री आधी हो पाती हैं। इसकी वजह है कि टोकन सही से नहीं कट रहे। किसान कार्ड संबंधित टोकन को लेकर कभी किला नंबर नहीं लिखा जा रहा तो किसी में ऋणी के रुपये। ऐसे में बुधवार को कई रजिस्ट्री की परेशानी आ रही है।

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