शहरवासियों से फीडबैक लेने का काम पूरा, अब कागजों की होगी वेरिफिकेशन
विनोद कुमार फतेहाबाद स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। नवंबर म
विनोद कुमार, फतेहाबाद :
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। नवंबर माह में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए शहरवासियों से फीडबैक लेने का काम पूरा हो चुका है। दिसंबर महीने में अब टीम के सदस्य कागजात की जांच करेंगे। स्थानीय नप अधिकारियों से उच्चाधिकारी शहरवासियों को मिल रही सुविधा और फीडबैक के आधार पर कागजात मांगेंगे। पहले खुद अधिकारी कागजात की जांच करने के लिए आते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। ऑनलाइन द्वारा ही नप व नपा के अधिकारियों को कागजात अप्लाई करने होंगे। जिले के अधिकारियों के पास अब भी एक महीने का समय है। इस एक महीने में अगर अधिकारी सही काम करेंगे तो स्वच्छता रैकिग में सुधार होने के साथ ही अच्छी रैकिग हासिल कर पाएंगे। लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। मौजूदा स्थिति को देखकर लगता नहीं कि पिछले साल की रैकिग में सुधार कर पाएंगे।
शहर ओडीएफ प्लस हो गया है। लेकिन यहां के शौचालयों की हालत ऐसी है कि हर कोई मुंह पर हाथ रखकर इनके पास से गुजर रहा है। महिलाओं के लिए अलग से कोई शौचालय तक नहीं है। बस स्टैंड के सामने बने महिलाओं के शौचालय पर ताला लटक रहा है। ऐसे में कैसे उम्मीद करेंगे कि हमारे शहर को अच्छी रैकिग मिलेगी। वही सफाई कि लिए लगाये गये डस्टबिन की हालत ऐसी हो गई कि ये सब बेकार हो गये है। समय पर सफाई नहीं हो रही और कूड़े का निस्तारण भी सही ढंग से नहीं हो रहा।
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इस तरह चला स्वच्छता सर्वेक्षण
पहला क्वार्टर : अप्रैल-जून
दूसरा क्वार्टर : जुलाई-सितंबर
तीसरा क्वार्टर : अक्टूबर-दिसंबर
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स्वच्छता सर्वेक्षण में ये रखे गए अंक
कुल अंक : 6000
शहरवासियों से फीडबैक : 2000
कागजात की जांच : 2000
प्रत्यक्ष अवलोकन : 2000
सेवा स्तर की प्रगति : 2000
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तीन चरणों के अभियान में ये तय किए है अंक
हर माह रैंकिग सुधार करने के लिए शहर को 200 में से अंक दिए जाएंगे। हर तीन माह में रैंकिग प्रदान की जाएगी। टॉप तीन रैंक पाने वाले को 200 नंबर, 4 से 10 रैंक हासिल करने वाले 190, 11 से 20 रैंकिग वाले शहर को 180, 21 से 30 तक 170, 31 से 40 तक 160 अंक, 41 से 50 तक 150 अंक, 51 से 75 तक 125 अंक, 76 से 100 तक 100 अंक, 101 से 150 तक 75 अंक, 151 से 200 तक 50 अंक, 200 से अधिक रैंक लेने वालों को 25 नंबर मिलेंगे। ----------------------------------
जिले के ये शहर हैं सर्वेक्षण में शामिल
-फतेहाबाद।
-टोहाना
-रतिया।
-भूना।
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नवंबर महीने में ये पूछे गये शहरवासियों से सवाल
- क्या आपके वार्ड में सफाई से खुश है या नहीं?
-क्या आपको पता है कि पॉलीथिन व प्लास्टिक बैन है? आप इनका यूज तो नहीं कर रहे?
- क्या आपके द्वारा उठान के लिए डाला गया कूड़ा रिसाइकल हो रहा है या नहीं?
- क्या आपके वार्ड से कूड़ा प्रतिदिन उठा रहा है, कर्मचारी आ रहे है या नहीं?
- क्या आपके वार्ड में जो कूड़ा उठान करने कर्मचारी आता है तो क्या आप उसे गीला- सूखा कूड़ा अलग- अलग करेंगे देते है या नहीं?
-क्या आप अपने घर में होम कम्पोस्टिग( कूड़े की खाद) बनाते हैं या नहीं, आपको इस बारे में किसी ने बताया है या नहीं?
- आपके शहर के जितने शौचालय है वह गूगल मैप पर है क्या आपको पता है?
- आपके शहर के होटल, स्कूल, अस्पताल या अन्य संस्थान किस रैंकिग के है यानि साफ सफाई संबंधित कैसी है?
- क्या आपने कभी स्वच्छ सर्वेक्षण में कोई श्रमदान किया है या नहीं?
- क्या आपको स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के बारे में पता है?
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पिछले दो सालों में यह रही है रैकिग
शहर 2019 2018
फतेहाबाद : 177 191
भूना 399 172
टोहाना 329 289
रतिया 984 572
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इन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत
-शौचालयों को चकाचक बनाना।
-पॉलीथिन पर पूर्ण रूप से बैन लगाना।
-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता।
-रात के समय सफाई पर विशेष ध्यान देना।
-जिले के सभी शहरों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर जल्द होने।
-रतिया व टोहाना में सफाई पर विशेष ध्यान देना।
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फतेहाबाद शहर में ये हैं संसाधन
संसाधन पहले अब और जरूरत
टाटा एस 13 15
रिक्शा 40 50
हाथ रेहड़ी 30 25
कर्मचारी 170 50
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पहली बार होगी निगेटिव मार्किंग
स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार निगेटिव मार्किंग होगी। कागजात में जिन सुविधाओं व व्यवस्था को हवाला दिया जाएगा, अगर चेकिग में वे बताए अनुसार नहीं पाई जाती है तो मार्किंग निगेटिव भी होगी। निगेटिव में अंक भी कट जाएंगे। ऐसे में अधिकारियों को कागज अपलोड करते समय यह भी ध्यान रखना होगा कि शहरवासियों को सुविधा मिल रही है या नहीं।
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शहरवासियों से फीडबैक लेने का काम लगभग पूरा हो गया है। अब कागजात की जांच होगी। अधिकारी जो कागजात मांगेंगे उसे अपलोड कर दिया जाएगा। जनवरी महीने में सर्वेक्षण के लिए टीम जिले में आएंगी। हमारी तैयारी पूरी है, जो कमी है उसे भी दूर कर लिया जाएगा।
कुमार सौरभ,
इंचार्ज, स्वच्छ भारत मिशन फतेहाबाद।