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गेहूं में नमी बता की कटौती, आढ़तियों ने सुबह की हड़ताल, बोली न होने पर दोपहर बाद किसानों ने लगाया जाम

संवाद सूत्र टोहाना अनाज मंडी के व्यापारियों ने शुक्रवार को हैफेड के गोदाम से अधिकाि

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 11:52 PM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 06:32 AM (IST)
गेहूं में नमी बता की कटौती, आढ़तियों ने सुबह की हड़ताल, बोली न होने पर दोपहर बाद किसानों ने लगाया जाम
गेहूं में नमी बता की कटौती, आढ़तियों ने सुबह की हड़ताल, बोली न होने पर दोपहर बाद किसानों ने लगाया जाम

संवाद सूत्र, टोहाना :

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अनाज मंडी के व्यापारियों ने शुक्रवार को हैफेड के गोदाम से अधिकारियों द्वारा लदान किये गए गेहूं में नमी अधिक बताकर कटौती किए जाने प आढ़ती भड़क गए। उन्होंने कहा कि अगर कटौती की तो उन्हें सीधा नुकसान होगा। जिसके बाद उन्होंने हड़ताल कर दी। वहीं दोपहर बाद गेहूं की बोली न होने पर किसानों ने रतिया-टोहाना मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक किसानों ने जाम लगाकर रोष जताया। अधिकारियों ने कहा कि बरसात होने के कारण गेहूं की फसल में नमी आ गई है। इस कारण बोली नहीं हो रही है। किसानों ने तीन घंटे तक जाम लगाया। बाद में अधिकारियों ने कहा जब तक गेहूं से नमी नहीं जाएगी तब तक बोली नहीं होगी। बाद में किसानों ने जाम खोल दिया।

अनाज मंडी प्रवक्ता अजय गोयल ने बताया कि सरकार द्वारा दिये नमी के मापदंड के अनुसार खरीद एजेंसियों ने गेहूं की खरीद की थी। लेकिन कुछ गाड़ियों का जब लदान कर उसे गोदाम में भेजा गया तो वहां हैफेड द्वारा फिर से नमी बताकर कटौती करने की बात कही। व्यापारी को 1 प्रतिशत कटौती देनी होगी। उन्होंने कहा कि जब मार्केट कमेटी द्वारा नमी जांची जाती है तो उसमें सही आती है और जब एजेंसी लदान के बाद जांचती है तो गलत आती है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी जानबूझकर परेशान कर रहे है। वहीं उन्होंने कहा कि उधर उन्हें मार्केट कमेटी द्वारा किसानों के आधार कार्ड लाने तथा जे व आई फार्म देने की बात की जा रही है। जिससे लगता है कि सरकार व प्रशासन उन्हें गुमराह कर रही है। जबकि तीन दिन पूर्व उन्हें पहले की तरह ही काम करने को कहा गया था।

मंडी में हड़ताल के चलते जहां मजदूर खाली हो गए वहीं किसानों का भी फिर से भय सताने लगा है कि कहीं मौसम की मार से उनकी खून पसीने की कमाई पर पानी ना फिर जाए। बाद में एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने आढ़तियों को समझाया उनकी बात खरीद एजेंसियों के सामने रखी जाएगी। एजेसियों द्वारा गेहूं की खरीद ई ट्रेडिग के माध्यम से करने की बात पर फिर व्यापारी लामबंद हो गए। जिसके चलते उन्होंने फिर से बैठकों का दौर शुरू कर दिया। वहीं ई ट्रेड़िंग का विरोध किया।

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जाम से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगीं

शुक्रवार दोपहर दो बजे किसानों ने गेहूं की बोली न होने पर टोहाना-रतिया मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम लगने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गर्इं। वहीं वाहन चालकों को परेशानी हुई। किसानों ने कहा कि वे अपनी गेहूं को पिछले चार दिनों से बैठे हुए है। दो दिनों से धूप निकलने के बाद भी उनकी गेहूं की बोली नहीं की जा रही है। किसानों ने रोष जताते हुए कहा कि जब तक उनकी गेहूं की बोली नहीं की जाती तब तक वे जाम नहीं खोलेंगे। जाम की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लेकिन पुलिस की एक भी नहीं सुनीं। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वे जाम नहीं खोलेंगे।

करीब चार बजे तहसीलदार प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया कि दो दिन पहले बरसात हुई थी। इस कारण नमीं है। वे खरीद एजेंसियों से बात करेंगे। वहीं किसान अपनी फसल सुखाकर लगाएंगे तो दिक्कत नहीं आएगी। किसानों को समझाया कि शनिवार को गेहूं की बोली शुरू हो जाएगी। जिसके बाद जाम खोल दिया।


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