आज पुलिस की निगरानी में होगी चिल्ली झील की पैमाइश
जागरण संवाददाता फतेहाबाद चिल्ली झील को विकसित करने व पर्यटन स्थल बनाने के लिए जिला प्रश्
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
चिल्ली झील को विकसित करने व पर्यटन स्थल बनाने के लिए जिला प्रशासन लगा हुआ है। डीसी के आदेश के बाद नगरपरिषद के अधिकारी दिनरात काम कर रहे है ताकि चिल्ली झील को विकसित किया जा सके। यह मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल होने के कारण अधिकारियों की मजबूरी भी है कि किसी तरह इस काम को पूरा किया जाए। वीरवार सुबह इस झील का अधिकारी फिर से पैमाइश करेंगे ताकि सही जगह का आंकलन हो सके। 12 अक्टूबर को भी इस झील क पैमाइश होनी थी। लेकिन राजस्व विभाग की मशीन खराब होने के कारण इस कार्यक्रम को रद करना पड़ा था। यही कारण रहा कि दोबारा लोगों को नोटिस दिया गया।
जिला उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने 2 अक्टूबर से ही इस चिल्ली पर काम शुरू करवा दिया था। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस झील से पानी निकाल दिया है। अब पैमाइश पूरी होते ही अगला का किया जाएगा। अगर अधिकारी सही तरह से काम करेंगे तो अगले तीन चार सालों में यहां पर एक पर्यटन स्थल हर किसी को देखने को मिल सकता है।
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10 पुलिस कर्मचारी रहेंगे मौजूद
नगरपरिषद के अधिकारियों की माने तो उन्होंने पुलिस के पास पत्र भेज दिया है कि वीरवार सुबह 10 बजे चिल्ली झील की पैमाइश करवाई जाएगी। यह दूसरी बार है जब सेटेलाइट से झील क पैमाइश करवाई जा रही है। पिछले साल जब पैमाइश करवाई गई थी तो करीब तीन कनाल पर लोगों ने कब्जा कर रखा था। अब फिर से उम्मीद है कि अधिक जगह पर कब्जा हो गया है। पैमाइश के दौरान किसी प्रकार का झगड़ा ना हो इसके लिए पुलिस के कर्मचारी तैनात रहेंगे। पैमाइश होने के बाद जिन लोगों ने कब्जा कर रखा है वहां से कब्जा हटाया जाएगा।
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16 फीट तक होगी खोदाई
चिल्ली झील से गाद निकालने के लिए 16 फीट तक खोदाई की जाएगी। झील की खोदाई कर गाद निकालने का प्लान तैयार किया है। चिल्ली झील करीब 27 कनाल तक फैली हुई है। लेकिन तीन कनाल में लोगों का कब्जा है। ऐसे में जिला प्रशासन 24 कनाल में ही इस चिल्ली झील को विकसित करने जा रहा है। जिस स्थान पर कब्जा है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है।
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तीन विभाग के अधिकारी एक साथ काम करेंगे।
झील को विकसित करने के लिए तीन विभाग जिसमें जनस्वास्थ्य विभाग, सिचाई विभाग व नगरपरिषद के अधिकारी एक साथ काम करेंगे। सिचाई विभाग का काम होगा कि चिल्ली की खोदाई करे यहां पर बड़ा टैंक बनाया जाए ताकि इसी झील का रूप दिया जा सके। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी दी गई कि वह बरसाती पानी को रंगोई नाले में छोड़े। इसके लिए चिल्ली के पास एक बड़ा टैंक बनाया जाएगा। जिसमें सीवरेज व बरसात का पानी इकट्ठा होगा। इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग रंगोई नाले तक स्पेशल लाइन बिछाकर इस काम को करेगा। नगरपरिषद के अधिकारी अंत में इस क्षेत्र को सुंदर बनाने का काम करेंगे। -----------------------------------
अब जरा आंकड़ों पर डाले नजर
-चिल्ली की कितनी है जमीन : 27 कनाल 9 मरले
-झील पर लोगों का कब्जा : 17 लोगों का
-कितनी जमीन पर कब्जा : 3 कनाल
-मुख्यमंत्री ने कब की थी घोषणा : 2010
-मुख्यमंत्री ने कितनी मिल चुकी है राशि : 8 करोड़ 42 लाख रुपये
-नप ने कंप्यूटराइज्ड करवाई निशानदेही : 2017
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वीरवार सुबह चिल्ली झील की पैमाइश की जाएगी। 12 अक्टूबर को यह काम पूरा होना था। लेकिन राजस्व विभाग की मशीन में दिक्कत आने के कारण जमीन का डाटा फीड नहीं हो सका। लेकिन अब पूरी तैयारी है। पुलिस की सहायता ली जाएगी ताकि किसी प्रकार का झगड़ा ना हो।
समवर्तक सिंह,
जिला नगर आयुक्त, फतेहाबाद।