स्कूलों में तालाबंदी से 20 हजार बच्चों का भविष्य दांव पर 1200 शिक्षक होंगे बेरोजगार, मान्यता प्राप्त ने बढ़ाई फीस
मुकेश खुराना फतेहाबाद जिला में चल रहे गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ प्रशासन ने नया
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
जिला में चल रहे गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ प्रशासन ने नया सत्र शुरू होने के बाद 18 दिन बाद कार्रवाई की है। इसका असर सीधा इन स्कूलों में दाखिला लेने वाले करीब 20 हजार विद्यार्थियों पर पड़ा है। इन विद्यार्थियों का भविष्य अब दांव पर लग चुका है। करीब 80 फीसद विद्यार्थी इन स्कूलो में दाखिला ले चुके हैं। प्रशासन की देरी से हुई कार्रवाई का खमियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। इन स्कूलों में तालाबंदी की कार्रवाई शुरू होने के बाद मान्यता प्राप्त स्कूलों ने फीस व दाखिला में 25 से 30 फीसद तक की बढ़ोतरी कर दी है। जो स्कूल पहले दूसरी कक्षा के दाखिला के पांच से छह हजार मांग रहे थे उन्होंने अब सात से आठ हजार रुपये मांगने शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा फीस में भी करीब 15 फीसद की बढ़ोतरी की है।
गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के संचालकों व अधिकारियों के बीच अब तानातनी हो गई है। स्कूल संचालकों का आरोप है कि उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था ना कि बंद करने के लिए कोई नोटिस जारी हुआ है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि नोटिस जारी किया था, अधिकार है कि अगर संतुष्ट नहीं है तो बंद कर सकते हैं। 24 अप्रैल तक हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट देनी है।
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87 स्कूलों को जारी हुए थे नोटिस शिक्षा विभाग निदेशालय की तरफ से जिला के 87 स्कूलों को नोटिस जारी हुए थे। इसमें से विभाग 19 स्कूलों के जवाब से संतुष्ट हुआ है। इसके अलावा अन्य ने सिर्फ निदेशालय में फाइल लगाने का दावा किया है। जिले के 68 स्कूल ऐसे हैं जो गैर मान्यता प्राप्त हैं। इसमें पढ़ा रहे करीब 1200 शिक्षकों को अब नौकरी जाने का डर सताने लग गया है। इन स्कूलों में 5 से 6 हजार रुपये ये शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। हालांकि इन स्कूलों के संचालकों का कहना है कि उन्होंने कोर्ट में दोबारा याचिका लगा रखी है।
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बिना मंजूरी चल रहे प्ले स्कूलों को भी राहत नहीं
गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों में छापेमारी के बाद कई प्ले स्कूल भी सामने आए हैं। ये प्ले स्कूल भी बिना मंजूरी पांचवीं कक्षा तक चलते पाए गए हैं। इसके अलावा इन प्ले स्कूलों ने जिला प्रशासन से भी मंजूरी नहीं ले रखी है। छोटे-छोटे कमरों में ये स्कूल चलते पाए गए हैं। वहीं कई स्कूल संचालकों का कहना है कि मान्यता के लिए पिछले तीन साल से घूम रहे हैं लेकिन मान्यता नहीं दी जा रही है।
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गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को किसी भी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा। स्कूलों को नोटिस दिया गया था, जिनके जवाब से संतुष्ट नहीं है उन्हें बंद किया जा रहा है। जो स्कूल रह गए हैं उन्हें शनिवार को बंद करवाया जाएगा। बिना मंजूरी प्ले स्कूलों को भी नहीं चलने दिया जाएगा।
- दयानंद सिहाग
जिला शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद
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