डाकघर के पास रेलवे रोड पर बने शौचालय की हालत है बदतर
नगर परिषद ने जन सुविधा को देखते वर्षों पूर्व रेलवे रोड पर डाकघर के
संवाद सूत्र, टोहाना : नगर परिषद ने जन सुविधा को देखते वर्षों पूर्व रेलवे रोड पर डाकघर के पास एक शौचालय बनाया था ताकि इस क्षेत्र के दुकानदारों, राहगीरों को इसका लाभ मिले। लेकिन इस शौचालय की सारसंभाल नगर परिषद द्वारा नियमित ना किये जाने से यहां वातावरण दूषित बना रहता है। जिसके कारण यहां हर समय बदबू फैली रहने से बच्चे, महिलाएं व पुरुष नाक ढांप कर गुजरते हैं।
जबकि इसके बाहर दीवार ना होने के कारण जहां पेशाब करने के लिए आने वालों को शर्म महसूस होती है वहीं राहगीरों को भी परेशानी होती है।
इस सार्वजनिक शौचालय के आसपास करीब 100 से अधिक दुकानें है। वहीं इस दुकानों में हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग आते है। यहां पर महिलाओं के भी लिए कोई सुविधा नहीं है। जिससे यहां पर काम करने वाली महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। यहां के दुकानदार कई बार शिकायत दे चुके हैं लेकिन होता कुछ नहीं है।
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नप द्वारा बनाये गये शौचालय में दो बने यूरिनलों में एक टूटा हुआ है। वहीं दोनों की निकासी पाइप टूटी होने से यहां पूरा दिन फर्श पर मूत्र बिखरने से बदबू का आलम रहता है। यहां सफाई कर्मी कभी-कभार ही आता है। जबकि दिन में हजारों लोग यहां पेशाब करने के लिए आते है। सफाई हो जाए तो यह शौचालय आमजनों के लिए कारगर साबित हो सकता है।
सतीश गोयल, दुकानदार
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इस शौचालय की हालत पूरी तरह से खराब हो चुकी है। जबकि सड़क की ओर दीवार ना होने से लोगों को सरेआम पेशाब करने में शर्म महसूस होती है। जिसके चलते वह अपना वाहन उसके आगे खड़ा करते है ताकि आने-जाने वालों को परेशानी ना हो।
राजकुमार, टैंपो चालक
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इस शौचालय के लिए बनाया गया सीवरेज कई बार बंद हो जाता है। जिसके कारण पेशाब सड़क पर आने से क्षेत्र में बदबू फैल जाती है। नियमित सफाई ना होने से इस शौचालय में नाक बंद करके घूसना पड़ता है। छत की हालत खराब है और पाइप आदि लीकेज होने के कारण पानी टपकता रहता है। नप कर्मचारियों द्वारा इस ओर ध्यान ना देने पर यहां नर्क जैसी स्थिति बनी रहती है।
संपत जैन, दुकानदार।
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नगर परिषद ने सुविधा के नाम पर शौचालय तो बनवाया हुआ है लेकिन यहां नियमित रखरखाव ना किये जाने से यहां दुविधा बनी रहती है। उन्होंने बताया कि यहां सब्जी रेहड़ी मार्केट, टैक्सी स्टैंड, खच्चर रेहड़ी स्टैंड, टैंपो स्टैंड व आटो रिक्शा स्टैंड भी है। लेकिन इस शौचालय के भवन की टूट-फूट आदि वाहन चालक स्वयं करवाते हैं। उनका कहना है कि इस शौचालय पर टोटी ना होने से लोगों को हाथ साफ करने के लिए अन्य जगह जाना पड़ता है।
संदीप कुमार, आटो चालक