दिन में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाया, रात को की बैंकिग परीक्षा तैयारी, बन गया मैनेजर
फतेहाबाद : परीक्षा से पहले विद्यार्थियों के मन में तैयारी को लेकर भय पैदा
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
परीक्षा से पहले विद्यार्थियों के मन में तैयारी को लेकर भय पैदा हो जाता है और फिर तनाव में चले जाते है कि कैसे पास होगा। इसी धारणा के कारण ना परीक्षा की तैयारी हो पाती है और ना कुछ याद होता है, जब पेपर देने का समय आता है तो सब कुछ भूल जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे विद्यार्थी भी हैं जिन्होंने दिन में रूटीन की तरह काम भी किया और परीक्षा की तैयारी को लेकर समय भी दिया। यहां तक कि खुद मेहनत करके परीक्षा का खर्च भी उठाया और आज एक अच्छे पद पर तैनात हो गया।
ओरिएंटल बैंक आफ कॉमर्स में मैनेजर के पद पर तैनात सुनील राइका ऐसे उदाहरण हैं जिन्होंने सामने मुश्किलें होने के बाद भी परीक्षा की तैयारी की है और मुकाम को हासिल किया है। ओरिएंटल बैंक आफ कॉमर्स के प्रबंधक पद पर कार्यरत भिरडाना निवासी सुनील राइका भूना में कार्यरत हैं। वहां पर वह शाखा प्रबंधक हैं। सुनील राइका का जीवन कई संघर्षों से होकर गुजरा है। उनको जीवन में धरातल से उठकर कामयाबी हासिल करते हुए गांव वालों ने अपनी आंखों देखा है। एक जमाने में सुनील राइका बेहद गरीबी में थे। बचपन में ही पिता का सिर से साया उठ गया। इसके बाद उनकी मां तुलसां देवी ने खुद मजदूरी की। मजदूरी से ही तुलसां देवी ने अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च उठाया। सुनील बताते हैं कि कभी भी नहीं सोचा कि नंबर कम आएंगे लेकिन संघर्ष जारी रखा। चुनौती यही थी कि घर चलाने के लिए खर्चा निकालना था और पढ़ाई भी जारी रखनी थी। इसलिए प्राइवेट स्कूल में खुद पढ़ाया और साथ में पढ़ाई भी जारी रखी। इसलिए घर से बाहर जाकर पढ़ना ही मुश्किल था। उन्हीं दिनों में बैं¨कग परीक्षा की तैयारी शुरू की। दिन में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना और फिर मां के साथ काम निपटा कर परीक्षा की तैयारी करनी। कामयाबी मिली और आज बैंक मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। वह कहते हैं कि जितना पढ़ा जाए, वह ठीक से समझ में आना चाहिए। परीक्षा से पहले तनाव नहीं होना चाहिए और जो भी पढ़ा जाए उसे ध्यान से पढ़ा जाए। इससे भी कामयाबी हासिल की जा सकती है।