लो आ गई फैसले की घड़ी, धड़कनें बढ़ीं, सुरक्षा कड़ी..
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : आज फैसले का दिन है। फैसला क्या आ सकता है, यह सवाल हर जुब
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
आज फैसले का दिन है। फैसला क्या आ सकता है, यह सवाल हर जुबां पर है। सब अपने अपने तरीके से अंदाजा लगा रहे हैं। प्रशासन अपने तरीके से अंदाजा लगा रहा है। डेरा प्रेमी अपने अंदाज में सोच रहे हैं। अंदाजा घरों में सहमे लोग भी लगा रहे हैं। कोई नहीं जानता कि डेरा मुखी के मामले में अदालत क्या निर्णय सुना सकती है। मगर फैसला आने के बाद क्या हो सकता है, यह अंदाजा सभी को है। यही अंदाजा सबको परेशान किए हुए है। गली गली में इसी बात पर चर्चा है। हर धड़कन तेज है और बाजारों में सन्नाटा है। दिखने में शांति नजर आती है, लेकिन लोग सहमे हुए हैं। चारों तरफ दहशत का साया है। अजीब सूनापन है। कई दुकानें बंद पड़ी हैं। प्रतिष्ठानों पर रौनक गायब है। प्रशासन सुरक्षा की गारंटी ले रहा है और डेरा प्रेमियों की गतिविधियां ¨चताओं को जन्म दे रही है।
फतेहाबाद से महज 42 किलोमीटर की दूरी पर सिरसा का डेरा सच्चा सौदा। इस डेरा के लाखों समर्थक फतेहाबाद जिले में हैं। बीते पंद्रह साल में हुए घटनाक्रम बताते हैं कि परिस्थितियां सामान्य नहीं है। यदि फैसला डेरे के खिलाफ आया तो डेरा समर्थक नाराज होंगे। यदि निर्णय डेरे के पक्ष में आया तो सिख नाराज हो सकते हैं। जनता की यही संभावित नाराजगी प्रशासन को दुविधा में डाल रही है। प्रशासन से कहीं ज्यादा दुविधा में आमजन हैं। जिले में रेल व परिवहन सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है। डेरा समर्थकों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर रखे हैं। जगह जगह पुलिस नाके लगे हुए हैं। कोर्ट में अवकाश घोषित कर दिया गया है। स्कूल व कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। सब्जी मंडी शुक्रवार को बंद रहेगी। ये तमाम हालात बताते हैं कि अनिष्ट की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता।