पार्को में लगे पत्थरों की होगी जांच, सैंपल भी भेजे जाएगा बाहर, थर्ड पार्टी करेगी निरीक्षण
विनोद कुमार फतेहाबाद नगरपरिषद में भ्रष्टाचार को रोकने की कवायद शुरू हो गई है। अब
विनोद कुमार, फतेहाबाद :
नगरपरिषद में भ्रष्टाचार को रोकने की कवायद शुरू हो गई है। अब शहर में जो भी काम होगा पहले अधिकारी अपने स्तर पर इसकी जांच करेंगे और उसके बाद थर्ड पार्टी इसके सैंपल लेकर जांच करेगी। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि शहर में होने वाले विकास कार्य पर कोई आपत्ति ना उठा सके। पिछले छह महीनों से कुछ पार्को का निर्माण कार्य चल रहा है। इन पार्कों के बाहर ग्रेनाइट पत्थर लगाया गया था। कुछ लोगों ने भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया और कुछ स्थान पर घटिया सामग्री लगाने की बात भी सामने आई। इसके बाद नप अधिकारियों ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए है। अब तक शहर में जो भी विकास कार्य हो रहे है या पूरा हो चुका है इसकी रिपोर्ट अधिकारियों ने मंगवा ली है। ऐसे में जिन ठेकेदारों ने गड़बड़ी की है उसकी अब खैर नहीं है।
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कार्यकारी अभियंता ने जेई से मांगी सात दिन के अंदर रिपोर्ट
पिछले छह महीने से पार्को व ग्रीन बेल्ट को सुधारने का कार्य किया जा रहा है। पार्क के बाहर पत्थर लगाया जा रहा ताकि सुंदरता बढ़े है। अधिकारियों ने इसकी जांच के आदेश दिए है। कार्यकारी अभियंता ने नप के दोनों जेई को पत्र लिखकर सात दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट न देने पर जेई व अन्य संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी। ऐसे में जेई भी अपनी रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है।
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रिपोर्ट में यह देनी होगी जानकारी
-किस पार्क में कितना पत्थर लगा है?
-ठेकेदार ने यह पत्थर कहां से खरीदा है?
-पार्क का जो एस्टिमेट था उसके अनुसार काम हुआ है या नहीं ?
-अगर काम पूरा हो गया तो इसकी जांच कब तक करवाई जाए?
-वर्क ऑर्डर के बाद अब तक कितने पार्कों का सुधार हुआ है?
-वर्क ऑर्डर जारी करते समय कितना समय दिया गया था ?
-पार्क के आसपास रहने वाले लोगों से फीडबैक लेकर भी जानकारी देनी होगी ?
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तीन चरणों में होगी जांच
नगरपरिषद में काम करने वाले ठेकेदारों की अब राह आसान नहीं होने वाली है। पहले नप में जो काम होता था उसकी जांच तक नहीं होती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। काम पूरा होने के बाद नप के अधिकारी अपने स्तर पर जांच करेंगे। जांच करने के बाद डीसी द्वारा इसकी जांच की जाएगी। दो चरण की जांच होने के बाद थर्ड पार्टी द्वारा इसकी जांच करवाई जाएगी। फतेहाबाद नगरपरिषद हिसार की एजेंसी से ही इसकी जांच करवा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बार ही ठेकेदार को पेमेंट जारी की जाएगी।
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ठेकेदार को नहीं जमा करवाना होगा डीडी, बल्कि ऑनलाइन करना होगा अप्लाई
नगरपरिषद में काम का टेंडर लेने के बाद ठेकेदार को उस काम का डीडी नगरपरिषद कार्यालय में जमा करवाना होता था। लेकिन अब इन नियमों में बदलाव कर दिया गया है। इसका मुख्य कारण भ्रष्टाचार को रोकना है। फतेहाबाद नप की तरफ से एसबीआई में अकाउंट खोला गया है। टेंडर जारी होने के बाद ठेकेदार का ऑनलाइन ही डीडी इस अकाउंट में लगाना होगा।
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भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व ठेकेदार पर निगरानी रखने के लिए यह योजना बनाई गई है। दोनों जेई को पत्र लिख दिया गया है कि सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट दे। रिपोर्ट में बताए कि पार्को में जो पत्थर लगा है वो कितना लगा है और कितनी राशि खर्च हुई है। रिपोर्ट आने के बाद इसकी जांच करवाई जाएगी। अब ठेकेदार को डीडी जमा नहीं करवाना पड़ेगा बल्कि ऑनलाइन ही करना होगा।
अमित कौशिक,
कार्यकारी अभियंता, नगरपरिषद, फतेहाबाद।