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संकट में बनीं ढाल, ये मोहतरमा कमाल

सिरसा के गाव मार्धोसघाना की बेटी व कुताबढ़ की बहू कृष्णा हरियाणा पुलिस में हेड कास्टेबल हैं। वैसे तो जिला पुलिस में हजारों कर्मचारी हैं पर उनकी पहचान कोरोना योद्धा की बन गई है। यह सम्मान उन्हें कोरोना संकट के दौरान दी गई सेवाओं की बदौलत मिला है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 07:55 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 07:55 AM (IST)
संकट में बनीं ढाल, ये मोहतरमा कमाल
संकट में बनीं ढाल, ये मोहतरमा कमाल

राजेश भादू , फतेहाबाद

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सिरसा के गाव मार्धोसघाना की बेटी व कुताबढ़ की बहू कृष्णा हरियाणा पुलिस में हेड कास्टेबल हैं। वैसे तो जिला पुलिस में हजारों कर्मचारी हैं पर उनकी पहचान कोरोना योद्धा की बन गई है। यह सम्मान उन्हें कोरोना संकट के दौरान दी गई सेवाओं की बदौलत मिला है।

जब कोरोना की शुरुआत हुई तो देश में लॉकडाउन लग गया। दो रुपये वाले मास्क भी दुकानदार 50 रुपये तक बेच कर कालाबाजारी करने लग गए। कृष्णा इससे व्यथित हुई। उन्हें लगा कि पूरी मानव के लिए कोरोना महामारी संकट बनी हुई है। लेकिन कुछ लोग इसमें भी मुनाफा देख रहे हैं। सो, उन्होंने मोर्चा संभाला। अप्रैल से ही उन्होंने मास्क बनाने शुरू कर दिए। लॉकडाउन के चलते प्रतिष्ठान बंद थे। उन्होंने विशेष आग्रह कर दुकान खुलवाकर मास्क के लिए कपड़ा खरीदा और जुट गई कोरोना से जंग में अपना योगदान देने। हिसार रोड स्थित पुलिस लाइन में अपने आवास में रहते हुए कृष्णा ने पुलिस की ड्यूटी तो दी है इसके अलावा 12 हजार मास्क बनाकर निश्शुलक बाटे।

कृष्णा का कहना है कि कोरोना काल में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जिस दिन उन्होंने मास्क न बनाए हों। उनकी पहल ने आमजन की पुलिस के प्रति बनी धारणा को बदलने का काम किया है। पीएचडी कर चुकीं कृष्णा का कहना है कि उनकी मास्क बनाने की स्पीड इतनी है कि उन्होंने एक दिन में 100 अधिक मास्क बनाए हैं। जिस दिन ड्यूटी पर जाना हो उस दिन भी 30 से 50 तक मास्क बनाएं। इस कार्य में उनके पति सुनील ने भी खूब मदद की। अब भी ड्यूटी के बाद जब वह फ्री होती है तो घर पर मास्क तैयार करती हैं।

पुलिस के लिए विशेष डिजाइन के मास्क तैयार किए

कृष्णा को मास्क बनाने में अब महारत हासिल है। वे तीन लेयर के मास्क बना लेती हैं। उन्होंने पुलिस की वर्दी के अनुरूप मास्क का डिजाइन तैयार किया है। जो पुलिस कर्मचारियों की पहली पंसद बन गया। जो रंग पुलिस की टोपी में प्रयोग किया हुआ है उसी के अनुरूप लाल व नीला रंग का मास्क पुलिस कर्मचारियों के लिए बनाकर उन्हें वितरित कर दिए। इससे पुलिस के कर्मचारियों का अलग पहचान मिल गई। अब भी पुलिसकर्मी उनके बनाए हुए मास्क पहनते हैं। यहा तक की एसपी व डीएसपी भी उनके बनाए हुए मास्क पहनते हैं।

कई बार रात को करनी पड़ती है ड्यूटी

कृष्णा की ड्यूटी फतेहाबाद कोर्ट काम्प्लैक्स में है। हालाकि पुलिस कर्मचारी की ड्यूटी 24 घटे की होती है। अब नशा रोकने के लिए सीआइए व नारकोटिक्स सेल के कर्मचारी रात को भी छापामार कार्रवाई करते हैं। उसमें महिला पुलिस कर्मचारी भी शामिल रहती है। अक्सर कृष्णा की भी इसमें ड्यूटी लगती है। उसके बाद भी उन्होंने कोरोना संकट में समय निकालकर मास्क बनाकर आमजन को निश्शुल्क बाटे।


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