गोरखपुर में में सात तालाब, सब अतिक्रमण से सिकुड़े
जागरण संवाददाता फतेहाबाद धार्मिक व ऐतिहासिक गांव गोरखपुर में सात तालाब हैं। सभी तालाब
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
धार्मिक व ऐतिहासिक गांव गोरखपुर में सात तालाब हैं। सभी तालाब पर लोगों ने कब्जे किए हुए है। कुछ लोग तो अभी भी तालाब पर कब्जे कर रहे है। दिन के समय तालाब में मिट्टी डलवाकर भर्ती कर रहे है। उसके बाद भी गांव की सरपंच व पंचायती राज अधिकारी कब्जाधारियों पर कार्रवाई नहीं कर रहे। इससे लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि पंचायती जमीन से कब्जे हटवाने व विकास के लिए ग्रामीण सरपंच का चुनाव करते है, लेकिन गांव की सरपंच विकास तो दूर तालाब से हो रहे कब्जे हटवाने का प्रयास नहीं कर रहे।
ग्रामीण जयसिंह, सतबीर, सजन कुमार, पवन कुमार ने बताया कि उनके गांव के सभी तालाबों पर कब्जे हो रहे है। इससे गांव में पानी की निकासी की समस्या आ रही है। गांव के दबंग लोग पंचायती राज विभाग के साथ मिलकर कब्जे कर रहे है। उन्होंने बताया कि वो पिछले सात साल से गांव के तालाब से कब्जा छुड़वाने का प्रयास कर रहे है, ताकि गांव में पानी निकासी की समस्या खत्म हो सके, लेकिन अधिकारी सुनवाई तक नहीं कर रहे। इससे उन्हें परेशानी आ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के तालाब से कब्जे छुड़वाने के लिए उन्होंने दो बार मुख्यमंत्री मनोहर लाल को खुद शिकायत दी है। सीएम विडो पर 30 से अधिक ग्रामीणों ने शिकायत दी हुई है उसके बाद भी अधिकारी मौन है।
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बारिश के मौसम में हो जाता है बुरा हाल :
ग्रामीणों ने बताया कि तालाब पर कब्जे होने से बारिश में पानी निकासी का बुरा हाल हो जाता है। लोगों का घरों में निकलना मुश्किल हो जाता है। लोग अब भी कब्जे कर रहे है। इसकी वजह से लगातार परेशानी बढ़ गई। ग्रामीणों की माने तो तालाब पर अवैध कब्जा होने के कारण इसका दायरा भी कम हो गया है। बरसात जब होती है तो यह तालाब ओवरफ्लो हो जाता है और पानी भर जाता है। ग्रामीण कई बार मांग कर चुके है। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
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पंचायत गांव के तालाबों को जीर्णाेद्धार करवाने के साथ कब्जे भी छुड़वा रही है। इसके लिए बकायदा पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी हुई है। मेरी मांग है कि पंचायती राज विभाग के अधिकारी जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए तालाबों से लोगों के कब्जे छुड़वाए।
- कृष्ण, सरपंच प्रतिनिधि, गोरखपुर।