निजीकरण के खिलाफ रोडवेज कर्मचारियों ने शुरू की भूख हड़ताल
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : 720 प्राइवेट बसे ठेके पर लेने, एस्मा हटाने और कर्मचारियों पर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : 720 प्राइवेट बसे ठेके पर लेने, एस्मा हटाने और कर्मचारियों पर दर्ज किए गए मुकदमें रद करने की मांग को लेकर हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के राज्यव्यापी आह्वान पर फतेहाबाद रोडवेज प्रांगण में रोडवेज कर्मचारियों ने 24 घंटे की भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इन 11 कर्मचारियों को राज्य महासचिव सरबत ¨सह पूनिया, राज्य उपप्रधान सुरेन्द्र मलिक व सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान भूप ¨सह भड़ोलांवाली ने मालाएं पहनाकर भूख हड़ताल पर बैठाया। भूख हड़ताल पर बैठने वालों में प्रधान मनोज कुंडू, सूरजभान चोपड़ा, रिछपाल सोनी, रामदिया, शिव कुमार, बजरंग, मनजीत ¨सह, राजेश सेलवाल, रोशन दहिया प्रधान टोहाना, चन्द्रभान टोहाना, विरेन्द्र राठी टोहाना शामिल हैं। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि संघर्ष समिति किसी भी कीमत पर रोडवेज का निजीकरण नहीं होने देगी। जब तक 720 निजी बस परमिट रद नहीं करती, कर्मचारियों पर एस्मा के तहत दर्ज केस वापस नहीं लिए जाते व निलंबित कर्मचारियों को बहाल नहीं किया जाता, तब तक संघर्ष समिति का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि रोडवेज एक जनकल्याणकारी विभाग है जो 42 कैटेगरी को मुफ्त या रियायती दरों पर सस्ती, सरल सुरक्षित परिवहन सेवा देने के साथ-साथ बेरोजगार युवाओं को स्थाई रोजगार उपलब्ध करवा रहा है। किसी भी पंचायत, समिति या नगरपालिका की मांग केवल राज्य परिवहन की बसें हैं, न कि निजी बसों की। रोडवेज कर्मचारियों ने मांग की कि सरकार संघर्ष समिति की राज्य कमेटी को बुलाकर बातचीत के माध्यम से समाधान करें। उन्होंने कहा कि 14 व 15 नवंबर को भी रोडवेज कर्मचारियों द्वारा दो दिन की हड़ताल की जाएगी। इस अवसर पर अनिल भाटिया, सुनील जांगड़ा, पुरूषोतम, महेन्द्र, पवन सोनी, कमलजीत, सुशील फौजी, धर्मवीर, सुनील, निहाल ¨सह, कृष्ण नेहला, सत्यवान नहला, संदीप, जोगिन्द्र, उमेद सहित अनेक रोडवेज कर्मचारी मौजूद रहे।