विद्यार्थियों को उनकी क्षमता के अनुरूप तैयार करें : उपायुक्त
उपायुक्त डा. जेके आभीर ने शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित बैठक
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: उपायुक्त डा. जेके आभीर ने शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित बैठक कक्ष में शिक्षा विभाग की सक्षम योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग के अधिकारी, स्कूलों के मुखिया व अध्यापक सक्षम योजना के तहत विद्यार्थियों को उनकी मानसिक क्षमता के अनुरूप तैयार करें। विद्यार्थियों को एल-टू, एल-वन व एल-जीरो ग्रेड लेवल के अनुसार सक्षम बनाना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी प्रियंका कंडोला, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुंडु, जिला सक्षम इंचार्ज अनुराग धारीवाल, सभी बीईओ, बीआरपी व एबीआरसी ने भाग लिया। उपायुक्त डॉ. जेके आभीर ने कहा कि सक्षम योजना के तहत असली मेहनत तब मानी जाएगी, जब शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी, स्कूल मुखिया व अध्यापक आपस में सही तालमेल बनाकर विद्यार्थियों को उनकी मानसिक दक्षता के अनुरूप पढ़ाई में सक्षम बना सकेंगे। सक्षम योजना के तहत इसके नियमों की पालना जरूरी है। सक्षम योजना से जुड़े हुए सभी अधिकारी व अध्यापकों को सारा ध्यान सक्षम पर ही केंद्रित करना होगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उनकी मानसिकता के अनुरूप जिस भी विषय में वह बेहतर तरीके से कुशलता ग्रहण करता है, उसे प्राथमिकता के आधार पर उसी विषय में सक्षम बनाना सुनिश्चित करें। सक्षम योजना के तहत जिला में सभी प्राईमरी, मिडल स्कूलों के तीसरी, पांचवी और सातवीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को शिक्षा में सक्षम दक्षता संबंधित बनाया जाता है। इस योजना के तहत विद्यार्थियों का ग्रेड लेवल के हिसाब से कक्षाओं में ग्रुप बनाया जाता है। ग्रुप के अनुसार ही विद्यार्थियों की स्कील पासबुक तैयार की जाती है और उसमें विद्यार्थी की प्रफोर्मेंस का भी आंकलन किया जाता है। इस योजना के तहत तीसरी, पांचवी और सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को सभी विषयों में सक्षम बनाना होता है। एक कक्षा में 80 प्रतिशत विद्यार्थियों को विभिन्न परीक्षाओं के सभी विषयों में लगभग 50 से 60 प्रतिशत तक अंक प्राप्त करने होते हैं।
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी प्रियंका कंडोला ने आगामी माह सितंबर में फतेहाबाद, भट्टू कलां व भूना ब्लॉक में विद्यार्थियों के सक्षम योजना के तहत ली जाने वाली परीक्षा की तैयारियों बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ऑनलाईन प्रोफोर्मा भरकर निर्धारित समयावधि में सरकार के पास भिजवाना सुनिश्चित करना है। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुंडु ने अलग-अलग खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी, बीआरपी व एबीआरसी से एक-एक करके बारीकी से रिपोर्ट ली।