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पिचकारियों पर राजनेताओं की जगह छाए मोटू-पतलू

जागरण संवाददाता फतेहाबाद होली पर्व में महज दो दिन शेष है। लेकिन बाजार की रौनक गायब

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 05:54 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 10:55 PM (IST)
पिचकारियों पर राजनेताओं की जगह छाए मोटू-पतलू
पिचकारियों पर राजनेताओं की जगह छाए मोटू-पतलू

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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होली पर्व में महज दो दिन शेष है। लेकिन बाजार की रौनक गायब है। दुकानदारों को भी डर सता रहा है कि त्योहार की मंदी नुकसान न दे जाए। एक हकीकत यह भी कि आमतौर पर होली के सीजन में राजनेताओं की तस्वीर छपी पिचकारियों की धूम भी नदारद है। उनकी जगह बच्चों के कार्टून ब्रांड की पिचकारी ने ले ली है। सबसे ज्यादा मोटू-पतलू और डोरेमोन की पिचकारी नजर आ रही है।

शहर में फव्वारा चौक से लेकर जवाहर चौक तक रंगों की दुकानें सज गई हैं। बच्चों को ध्यान रखते हुए पिचकारी, टोपी, रंग, गुलाल आदि बाजार में आए हैं। सबसे ज्यादा मोटू-पतलू, छोटा भीम, गुड़िया, स्पाइडर मैन वाली पिचकारी खूब बिक रही है। इस बार मोदी पिचकारी पर ये पिचकारी भारी पड़ रही हैं।

होली पर्व पर पहली बार देखने को मिल रहा है जब पिचकारी से राजनेता व फिल्मी स्टार नहीं है। पिछले साल मोदी की पिचकारी की धूम थी। इस बार ऐसा नहीं है। दुकानदार भी मान रहे है कि आचार संहिता के कारण वो बेच नहीं पाते। इस कारण वे खरीदकर नहीं लाए है। उन्होंने कहा कि चुनाव के कारण ऐसा हुआ है। दुकानदार बगा ने बताया कि इस बार न तो कोई फिल्मी स्टार की पिचकारी है और न ही राजनेताओं की। बच्चे कार्टून अधिक देखते है इस कारण उनके नाम से इस बार बाजार में पिचकारी आई है।

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पांच रंग का आया बम

बाजार में पहली बार एक बम आया है। जिसमें पांच रंग के गुलाल निकलते हैं। ये पांच रंग हरा, पीला, सफेद, गुलाबी व लाल हैं। रेनबो बम के नाम से एक और बम आया है। इस बम को चलाने पर एक ही रंग का गुलाल निकलता है। इसके अलावा हरा गुलाल बम भी आया है। इसे नीचे से घुमाने पर एक बार में ही सारा गुलाल उड़कर आसपास के लोगों के चेहरों को रंग देता है। रेनबो फॉग बम की कीमत 150 रुपये प्रति पीस है।

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कम नजर आ रहा है चाइनीज सामान

इस बार बाजार में चाइनीज सामान कम आया है। दुकानों पर बिल्ली, कबूतर, मुर्गा, तोते डिजाइन की पिचकारियां मौजूद हैं। इसके अलावा बच्चों को स्पाइडरमैन, बेन-टेन, सुपरमैन और मोटू-पतलू की पिचकारियां भी खूब पसंद आ रही हैं। इसके अलावा पानी के टैंक वाली वॉटरगन पिचकारियां भी है जो दूसरी पिचकारियों से महंगी हैं।

बाजार में उपलब्ध पिचकारी व अन्य सामान की कीमत

-छोटा भीम 200 रुपये 230 रुपये प्रति पीस

-डोरेमन 100 रुपये 200 रुपये प्रति पीस

-मोटू पतलू 100 रुपये 220 रुपये प्रति पीस

-रंग स्प्रे फन इन फन 20 रुपये 50 रुपये

-कलर स्प्रे 10 से 50 रुपये तक

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पीली पट्टी के अंदर लगीं दुकानें

थाना रोड व फव्वारा चौक पर ट्रैफिक पुलिस ने केवल 20 दुकानें ही अलॉट की है। ये दुकानें फुटपाथ के साथ नजर आएगी। अगर पीली पट्टी के बाहर कोई भी रेहड़ी मिली तो उसका चालान किया जाएगा। सोमवार को पुलिस ने अपनी निगरानी के दौरान पीली पट्टी खिचवाई और नंबर भी लगवा दिया है। जहां पर रेहड़ी लगेगी उसे एक टोकन दिया जाएगा। अगर वह नियम का उल्लंघन करता है तो उसका चालान किया जाएगा।

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रंगों को अपनी आंखों को बचाएं

नेत्र रोग विशेषज्ञ विनोद शर्मा ने बताया कि हर बार बाजार में अनेक प्रकार के रंग आते है। जिसमें केमिकल मिला होता है। अगर आंखें में यह गिर जाए तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इसलिए माता-पिता का दायित्व बनता है कि वे केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग न करे। हो सके तो गुलाल का प्रयोग करें। फिर भी बाजार में ऐसे रंग आए है जिनके अंदर केमिकल नहीं होता है।

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बाजार में नहीं रौनक

पिचकारी की दुकान लगा रहे रमेश, सुरेश, दिलबाग ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब होली के दो दिन शेष हों और बाजार में रौनक नहीं। उन्होंने 50 हजार रुपये तक का सामान खरीद लिया है। वहीं पुलिस की सख्ती है कि इस बार बाजार में कम स्टाल लगी है। हालांकि पुलिस ने कुछ छूट दी है। लेकिन लोग उनकी दुकानों तक नहीं आ रहे हैं। सड़क किनारे जो दुकानें है वहां से वे रंग खरीद रहे हैं। अब तो उन्हें घाटा लगता दिख रहा है। दो दिन के अंदर पूरा सामान भी नहीं बिक सकता।


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