नौकरी के तीसरे दिन ही एेसा करते पकड़ा गया रोडवेज परिचालक, नौकरी से धोना पड़ा हाथ
आउटसोर्सिंग के आधार पर हरियाणा रोडवेज में तीन दिन पहले ही लगे परिचालक को अधिकारियों ने 4,105 रुपये के गबन के आरोप पकड़ा। उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है।
जेएनएन, फतेहाबाद। रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सरकार ने आउटसोर्सिंग के आधार पर चालक-परिचालक भर्ती किए हैं। सरकार का प्रयास है कि लोगों को त्योहारी सीजन में आवाजाही में कोई परेशानी न हो और खजाने में भी कुछ पैसे आ जाएं, लेकिन महज तीन दिन पहले ही परिचालक के रूप में भर्ती हुए ये महाशय बड़े शातिर निकले। परिचालक यात्रियों से पैसे लेता रहा और बदले में टिकट नहीं दिया। रोडवेज अधिकारियों ने उसकी चालाकी पकड़ ली और उसकी सेवा समाप्त कर उसे घर भेज दिया।
रोडवेज के जीएम शंभूराम राठी ने बताया कि उन्हें किसी ने सूचना दी थी कि फतेहाबाद से चंडीगढ़ रूट पर गया परिचालक पैसे लेकर यात्रियों को टिकट नहीं दे रहा। जब परिचालक फतेहाबाद डिपो में पहुंचा तो उसके बैग की जांच की गई। इस दौरान परिचालक ने मात्र 7 हजार 920 रुपये की टिकट काटी, जबकि 12 हजार 25 रुपये नकद मिले। ऐसे में 4,105 रुपये के गबन के आरोप में उसकी सेवा समाप्त कर दी।
महाप्रबंधक ने बताया कि नियमानुसार परिचालक जब टिकट ब्रांच से निर्धारित रूट के लिए टिकट लेते है तो उन्हें अपनी जेब में कितने पैसे है इसकी लिखित में सूचना देनी होती है। इसके अलावा परिचालक अपनी जेब में 500 रुपये से अधिक नहीं रख सकते। चेकिंग के दौरान अगर परिचालक के पास 10 रुपये भी कम ज्यादा मिलते हैं तो उसे निलंबित किया जा सकता है।