रक्तदान से बढ़कर पुण्य का नहीं दूसरा कोई कार्य: सिवाच
संवाद सूत्र भूना रक्त अनमोल है जो किसी भी व्यक्ति को मौत के मुंह से निकालकर नया जीवनदान दे
संवाद सूत्र, भूना :
रक्त अनमोल है जो किसी भी व्यक्ति को मौत के मुंह से निकालकर नया जीवनदान दे सकता है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए रक्तदान के महायज्ञ में आहुति अवश्य डालनी चाहिए। यह बात प्रमुख समाजसेवी व जजपा नेता डा. वीरेंद्र सिवाच ने ग्रामीण स्किल डेवलपमेंट सोसाइटी भूना व भारत विकास परिषद के संयुक्त तत्वाधान में लक्ष्मी मंदिर में आयोजित रक्तदान शिविर के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही। शिविर की अध्यक्षता डायरेक्टर मदन लाल ठाकुर ने की, जबकि संचालन परिषद के पूर्व अध्यक्ष डा. जितेंद्र तूर ने किया। समाज सेवी विकास गोदारा व अरूण सेठी, माऊंट एवरेस्ट विजेता मनीषा पायल व ब्लॉक समिति भूना के चेयरमैन प्रतिनिधि शिव कुमार गर्ग समारोह में विशिष्ट अतिथि थे। शिविर के दौरान जिला रेडक्रास की टीम द्वारा 70 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। समारोह के दौरान माऊंट एवरेस्ट विजेता मनीषा पायल को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया।
डा. सिवाच ने कहा कि कुछ लोग रूढि़वादी विचारधारा के होते हैं, जो ये मानते हैं कि रक्तदान करने से कमजोरी आती है। लेकिन ऐसा सोचना महज एक भ्रम है, क्योंकि हर तीन से चार महीने बाद नियमित तौर पर रक्तदान करने से नए रक्त का संचार होता है और नई ऊर्जा भी मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को रक्तदान रूपी महायज्ञ में आहूति डालनी चाहिए, ताकि कोई भी व्यक्ति रक्त के अभाव में जिदगी न गवाएं। इस अवसर पर बाल कृष्ण गिरधर, डा. राजकुमार, डा. मोहन लाल बतरा, प्रिसिपल जिया लाल बंसल, विजय मेहता, मोहित बठला, विक्रम शर्मा, अनिल बागड़ी, मोहित रतिया, सुभाष शास्त्री, श्रवण ठाकुर, बलराज सिंह, संदीप शर्मा, सतबीर सिंह आदि उपस्थित थे।