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सुबह धुंध ने रोकी वाहनों की रफ्तार, दोपहर बाद चली शीतलहर

जागरण संवाददाता फतेहाबाद पिछले महीने हर प्रकार का मौसम देखने को मिला। बरसात भी हुई

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Feb 2020 12:21 AM (IST)Updated: Sun, 02 Feb 2020 06:16 AM (IST)
सुबह धुंध ने रोकी वाहनों की रफ्तार, दोपहर बाद चली शीतलहर
सुबह धुंध ने रोकी वाहनों की रफ्तार, दोपहर बाद चली शीतलहर

जागरण संवाददाता फतेहाबाद : पिछले महीने हर प्रकार का मौसम देखने को मिला। बरसात भी हुई, ठंडी हवाएं भी चली और कड़ाके की सर्दी भी। यहीं हाल अब फरवरी में रहने वाला है। शनिवार सुबह इतना अधिक कोहरा था कि कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। सुबह 10 बजे के करीब तेज हवाएं चलने का कारण कोहरा छंट भी गया। लेकिन ठंडी हवा के कारण तापमान में गिरावट आई। शनिवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री व न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिस तरह शनिवार को तेज हवाएं चलीं उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि रविवार को को पाला जमेगा।

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मौसम विभाग की मानें तो फरवरी महीना भी परिवर्तनशील रहेगा। कभी ठंडी हवा चलेगी तो कभी तेज धूप भी खेलेगी। वहीं विभाग की मानें तो 10 फरवरी के आसपास मौसम एक बार फिर बदलेगा और हल्की बरसात हो सकती है। अगर इस समय बरसात होगी तो फसलों के लिए फायदेमंद होगी। किसान खुद मान रहे हैं कि यह बरसात किसी वरदान से कम नहीं होगी। हालांकि जिन किसानों ने अगेती सरसों की बिजाई की हुई है उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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यह कहना है किसानों का :

गांव दरियापुर से रामस्वरूप, सुरेश, रमेश व सुरजीत सिंह ने बताया कि फरवरी महीना जितना ठंडा रहेगा उतनी अच्छी फसलें होगी। अक्सर देखने में आता है कि 15 फरवरी के आसपास तेज धूप निकल जाती है । लेकिन 10 फरवरी के आसपास एक बरसात होगी तो पूरा महीना अच्छे से निकलेगा। पिछले साल की तुलना में इस बार गेहूं के पौधे की ग्रोथ अच्छी नहीं हुई है। अगर मौसम ठंडा रहेगा तो फसलों में बढ़ोतरी भी होगी और अच्छा उत्पादन होगा।

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कोहरे में वाहन चलाते समय यह रखें सावधानियां

- एक दूसरे वाहन को ओवरटेक ना करें।

- रात के समय हो सके तो वाहन ना चलाएं ।

- वाहन चलाते समय सफेद पट्टी का ध्यान रखें।

- वाहन चलाते समय फोग लाइट का प्रयोग करें।

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आगामी कुछ दिनों तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। किसान फसलों की नियमित देखभाल करे। पाला जमने से फसलों पर ज्यादा प्रभाव न पड़े। इसलिए किसान नियमित अंतराल के बाद गेहूं की फसल में सिचाई करते रहे। वहीं एनपीके के घोल की स्प्रे करने से फसल में अच्छी वृद्धि होती है। इस बार इसी तरह मौसम बना रहा तो गेहूं व अन्य फसल का बंपर उत्पादन होने की संभावना है।

- डा. बलवंत सहारण, उपनिदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण।


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