भिरडाना में मनरेगा मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी तो किया हंगामा
संवाद सूत्र भिरडाना शुक्रवार को जल शक्ति मिशन के तहत गांव भिरडाना के पंचायत घर में बै
संवाद सूत्र, भिरडाना : शुक्रवार को जल शक्ति मिशन के तहत गांव भिरडाना के पंचायत घर में बैठक हुई। जिसमे ग्राम सचिव जोगेंद्र सिंह ने सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में गांव जिन घरों में पानी नहीं पहुंच रहा उन घरों व मोहल्लों को चिह्नित किया गया था। इसके अलावा गांव के पूर्वी हिस्से में पानी की कमी को देखते हुए एक अलग से बूस्टिग स्टेशन की मांग भी ग्रामीणों द्वारा रखी गई। गांव की श्मशान भूमि में काम पर लगे मनरेगा मजदूरों को जैसे ही अधिकारियों के आने की खबर लगते सभी मजदूर पंचायत भवन में पहुंच गये और मेट वीरसिंह पर मनरेगा मजदूरी के गबन के आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा। जिसके बाद पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष दीपक भिरडाना ने आकर लोगों को समझाया और मामले को शांत किया। जानकारी देते हुए मनरेगा में काम करने वाले मजदूर टेकसिंह ने की काफी समय पहले उनके गांव में जोहड़ खुदाई का काम शुरू हुआ था। जिसमें से मेरे पांच दिन, गिदो बाई के 27 दिन, हरिसिंह के 11 दिन, बिमला के 17 दिन, फौजा सिंह के 13 दिन, संतो बाई के 10 दिन, कृष्णा देवी के 17 दिन, विद्या देवी और पूर्ण के चार दिनों के पैसे अबतक बकाया है। उन्होंने कहा की कोरोना के बाद से रोजगार पर असर पड़ा है। कई परिवार ऐसे है जिनका गुजारा मनरेगा के कारण ही होता है। ऐसे में उनके पैसे नहीं देकर मेट उन्हें बहुत परेशान कर रहा है। मजदूरों ने बताया की इस बारे में हमने उच्चाधिकारियों से भी बात की है। उन्होंने भी आश्वासन के अलावा हमे कुछ नहीं दिया। मजदूरों ने बताया की इसके अलावा बीते सप्ताह पहले दो दिन तक हमारा सैकड़ों मजदूरों का काम मनरेगा मेट वीरसिंह और गांव के ही हरीश आहुजा ने बंद रखा था। जिसके कारण भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आरोप निराधार : मेट
उनपर जो मनरेगा की मजदूरी मे हेरफेर के आरोप लगे है। वह बिल्कुल निराधार है। कई मजदूरों ने एक से अधिक बैंकों में खाते खुलवा रखे है और मजदूर सभी खाते चैक नहीं कर रहे है। मेरे काम से संबंधित जो जानकारी ग्राम सचिव और मजदूरों ने मुझसे मांगी है उसका विवरण मैं तीन दिन बाद दे दूंगा।
- वीरसिंह, मेट मनरेगा। गंभीर मसला जांच होगी : एसडीएम
यह बहुत ही गंभीर मामला है। मनरेगा की मजदूरी के पैसों का गबन संबंधित शिकायत हमारे आते ही जांच की जाएगी। अगर कोई दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
- कुलभूषण बंसल, सीईओ, जिला परिषद फतेहाबाद।