कोरोना संकट में घर-घर जाकर बांटीं किताबें
जागरण संवाददाता फतेहाबाद कोरोना महामारी में लॉकडाउन लग गया। बच्चों की शिक्षा प्रभावि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
कोरोना महामारी में लॉकडाउन लग गया। बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी। लेकिन समय हर किसी को नया सिखाता है। शिक्षा हमेशा किताबों से ही दी जाती है लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में यही शिक्षा अब ऑनलाइन हो गई। बच्चों को ऑनलाइन द्वारा अब पढ़ाई करवाई जा रही है। हालांकि स्कूल खुल गए है। लेकिन यह ऑनलाइन पढ़ाई आगे भी जारी रहेगी। लॉकडाउन हमें कुछ नया सीखकर भी गया है। अगर मुसीबत आए तो उसे कैसे दूर किया जाए। लेकिन ऑनलाइन पढ़ने के लिए किताबें भी जरूरी थी। ऐसे में गांव मोहम्मदपुर रोही के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के अध्यापक ओमप्रकाश कादयान ने अनोखी मिसाल पेश की। उनके इस प्रयास को गति दी उनके साथ काम करने वाले अध्यापकों ने। बच्चों से किताबें इकट्ठी करके एक दूसरे बच्चों तक किताबे बांटीे। उस समय कोई भी विद्यार्थी घर से बाहर नहीं जा सकता था। लेकिन शिक्षक के एक प्रयास से 220 विद्यार्थियों के पास किताबें पहुंच गई। ------------------------------------- ऑनलाइन पढ़ाई को सार्थक करने में किताबें थीं जरूरी लंबे समय तक चले लॉकडाउन के कारण विद्यालय नहीं खुल रहे थे। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब न हो, बच्चे स्वस्थ रहें और पढ़ाई में व्यस्त रहें, इसके लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एमपी रोही के शिक्षक गांव में घर-घर जाकर बच्चों को उत्साहित कर रहे हैं। विद्यालय के ओमप्रकाश ने पहल शुरू की। उनके साथ प्राचार्य रोहताश कुमार, पवन कुमार, सुनील, विनोद कुमार आदि ने डोर-टू-डोर अभियान ही चला दिया। शिक्षक एक तो बच्चों से मिलकर एक कक्षा से दूसरी कक्षा, एक बच्चे से दूसरे बच्चों की पुस्तकों का आदान-प्रदान करवा दिया। इस दौरान सभी बच्चों के पास पुस्तक पहुंच गई। जो बच्चों को जो पढ़ाई का ऑनलाईन कार्य दे रहे हैं, लॉकडाउन का पालन करते हुए घर के बाहर खड़े होकर ही छात्राओं की कापियां भी चेक कर रहे हैं। ------------------------------ कोरोना के कारण शिक्षा पर असर अधिक बढ़ा। लेकिन सभी अध्यापकों ने अच्छा काम किया है। उसमें से गांव मोहम्मदपुर रोही के अध्यापक ओमप्रकाश कादयान भी एक है। उन्होंने अपनी टीम के साथ घर-घर जाकर विद्यार्थियों को पुस्तकें बांटी। उनकी बदोलत ही विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ जुड़े रहे। दयानंद सिहाग
जिला शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद।