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आइएएस का गढ़ रहा है गांव नहला, तालाब में नहाने के कारण पड़ा गांव का नाम

नहला गांव फतेहाबाद जिला व हरियाणा में किसी पहचान का मोहताज नही

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 10:49 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 10:49 PM (IST)
आइएएस का गढ़ रहा है गांव नहला, तालाब में नहाने के कारण पड़ा गांव का नाम
आइएएस का गढ़ रहा है गांव नहला, तालाब में नहाने के कारण पड़ा गांव का नाम

कप्तान आर्य, गोरखपुर :

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नहला गांव फतेहाबाद जिला व हरियाणा में किसी पहचान का मोहताज नहीं है बल्कि लोगों ने अपने परिश्रम के बलबूते उच्च पदों को प्राप्त कर इस गांव का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया है। गांव नहला का नाम चमकाने की शुरूआत मेहरचंद पूर्व विधायक बड़ोपल ने की। 1967 में जब चुनाव हुए तो पृथ्वी ¨सह गोरखपुरिया और मेहरचंद बैनीवाल नहला के बीच बड़ोपल हलके से कांटे की टक्कर थी, उसमें मेहरचंद बाजी मार गये। तब से गांव में राजनीतिक जागरूकता आई। पढ़ाई की तरफ भी ग्रामीणों का विशेष ध्यान है। नहला गांव के कर्नल सज्जन ¨सह रिटायर हुए, आइएएस पीके चौधरी मुख्य सचिव हरियाणा सरकार के पद से रिटायर हुए, आइएएस बलवान ¨सह डीसी रिटायर हुए, कर्ण ¨सह बैनीवाल बीईओ रिटायर हुए, आइपीएस बलबीर ¨सह बेनीवाल एसपी रिटायर हुए, ओमप्रकाश बेनीवाल एससी पद से रिटायर हुए और धर्मपाल बेनीवाल पब्लिक हेल्थ में चीफ इंजीनियर एससी की सेवाएं दे रहे है। गांव में इस समय 500 के लगभग सरकारी कर्मचारी है। गांव में 50 रिटायर फौजी और 50 मौजूदा नौजवान सेना में अपनी सेवाएं दे रहे है। इसके अलावा जिले में ऐसा पहला गांव है जहां गांव में जलघर से आरओ का पानी सप्लाई हो रहा है।

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गांव की जनसंख्या 18000

गांव की 18000 के लगभग जनसंख्या है। जिसमें 3000 घर व 8500 वोटर हैं। जिसमें जाटों के 2700, पंडित 1300, वाल्मीकि 750 वोट, मनियार 350, कुम्हार 350, सांसी 160, बोरियां 55 , मिराशी 175, सुनार 25, खाती 150 के लगभग वोट है। गांव में 6 नंबरदार हैं जिसमें भरथा, दलीप ¨सह, देवी ¨सह, राममूर्ति, बलजीत ¨सह और सुरता हैं। गांव में 6 चौपालें है। गांव में आठ आंगनवाड़ी केंद्र है। ग्राम पंचायत के पास 35 एकड़ जमीन है।

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ये रहे सरपंच

गांव के विकास में सबसे पहले सरपंच बनकर धनपत ने विकास कार्य का शुभारंभ किया। उसके बाद टेकचंद, फूल ¨सह, ओमप्रकाश, सूरजबान, भरत ¨सह, दुर्गावति को सरंपच बनाया गया। उसके बाद ज्ञानी राम सरपंच बने, मास्टर छज्जू राम, रमेश कुमार व अब नहला गांव की सरपंच निलम ढिल्लो बनकर गांव को विकास के पथ पर आगे बढ़ा रही हैं। गांव में दो लोगों को चेयरमैन बनने का मौका मिला। फुल ¨सह पंचायती चेयरमैन और होशियार ¨सह मार्केट कमेटी के चेयरमैन बने।

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ये है गांव में सुविधाएं

गांव में इस समय 32 केवी का बिजलीघर, स्टेडियम, सीनियर सेकेंडरी स्कूल, राजकीय कन्या हाई स्कूल, राजकीय कन्या प्राइमरी स्कूल है। गांव में पीएचसी, पशु अस्पताल, दो वॉटर सप्लाई, जिसमें एक आरओ की वाटर सप्लाई है। गांव में बाबा तीर्थनाथ मंदिर व बाबा तीर्थनाथ तालाब है। ग्रामीण नसीब ¨सह, राजकुमार, मनीराम व जगतार ¨सह ढिल्लो बताते है कि गांव में तीर्थनाथ तालाब के पास 300 साल से हरा झाड़ खड़ा है और वो बताते है कि शुरू से अब तक यह हरा ही खड़ा है।

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गांव में इनकी जरूरत

गांव के सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप ढिल्लो की माने तो विकास तो बहुत हुआ है लेकिन आधुनिकता के अनुसार अब भी अनेक कामों की जरूरत है। एक टेक्निकल कॉलेज, जेबीटी सेंटर व आइटीआइ की आवश्यकता है। अगर यह सब बन जाए तो गांव नहला किसी शहर से कम नहीं रहेगा।


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