गुरुजी दिखा गए दरियादिली, कोठी मालिकों को बना दिया गरीब
विनोद कुमार फतेहाबाद राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि कोरोना महामारी से उत्पन्न हु
विनोद कुमार, फतेहाबाद :
राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि कोरोना महामारी से उत्पन्न हुए संकट से गरीब लोगों को बाहर निकाला जाएगा। इन लोगों को दो वक्त की रोटी घर पर ही उपलब्ध हो इसके लिए अध्यापकों द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे करवाया जा रहा है। लेकिन सर्वे में गड़बड़ी सामने आई है। शहर हो या फिर गांव में यह गड़बड़ी देखने को मिली है। गुरुजी जो सर्वे करके लाये है उसकी अब जांच की जा रही है। जांच में अनेक ऐसे मामले आए है जिनके यहां अच्छे मकान है और उसे गरीब की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि राशन बांटने से पहले ये लोग पकड़ में आ गए हैं।
शुरुआती चरण में सामने आया है कि कागजों के अनुसार अब भी ये लोग गरीब हैं। गुरुजी ने जो सर्वे किया है वो कागज के अनुसार ही है। इनके यहां ना तो राशन कार्ड है और ना ही जमीन है। ऐसे में गुरुजी ने इन्हें गरीब दिखा दिया है। हालांकि गुरुजी की तरफ ये यही कमी रही कि उनके यहां मकान अच्छे होने के बावजूद उन्हें गरीब दिखाना बेईमानी दिख रहा है। कुछ अध्यापकों ने किसी से पूछकर ही सर्वे पूरा कर दिया। ना तो वो फील्ड में गए और ना ही किसी से जानकारी ली। अब ग्रामीण स्तर व शहर स्तर पर इसकी जांच हो रही है।
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फतेहाबाद शहर में 700 लोग गरीब, 10 के यहां अच्छी कोठियां
फतेहाबाद शहर में अध्यापकों ने जो सर्वे किया है उसके अनुसार 700 ऐसे लोग है जिनके यहां राशन कार्ड नहीं और वास्तव में गरीब है। लेकिन 10 ऐसे लोग पकड़ में आए है जो कागजों में गरीब है लेकिन धरातल में अच्छे मकान है। पार्षदों से जब जानकारी ली तो यह गड़बड़ी पकड़ में आई है। नगरपरिषद के अधिकारियों ने अब दोबारा इन कागजों की जांच शुरू कर दी है। जांच और कोई नहीं कर रहा बल्कि अध्यापक ही करेंगे। इसके साथ वार्ड पार्षद के अलावा मौजिज लोगों से जानकारी ली जाएगी। जानकारी मिलने के बाद ही उस परिवार को डिस्ट्रेस राशन टोकन दिया जाएगा। यह टोकन अध्यापकों द्वारा जारी किया जाएगा टोकन लेकर ये राशन डिपो में चले जाएंगे वहां से इन्हें राशन मिल जाएगा।
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यह भी जानें
19909 परिवारों को मिलेगा राशन
किस खंड में कितने लोग लाभान्वित हुए
फतेहाबाद : 5331
भट्टूकलां : 2348
भूना : 4005
रतिया : 2257
टोहाना: 4741
जाखल : 1227
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क्या है डिस्ट्रेस राशन टोकन
कोरोना वारयस का संकट शुरू होते ही जिला प्रशासन ने ग्रामीण व शहरों में सर्वे शुरू किया हुआ हैं। सर्वे में परिवार का नाम, सदस्य और मकान का ब्योरा लिया जा रहा है। जिनके यहां किसी प्रकार का राशन कार्ड नहीं है और वो गरीब है उसे गरीब मानकर डिस्ट्रेस राशन टोकन जारी किया जा रहा है। प्रथम चरण में 19909 लोग ऐसे है जिनके पास किसी प्रकार का राशन कार्ड नहीं है और गरीब है।
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इन परिवारों को ये मिलेगा राशन
जिला प्रशासन ने जिन परिवारों का चयन किया है उन्हें प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम गेहूं तथा एक किलोग्राम दाल प्रति परिवार प्रति माह निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। टोकनधारक को राशन बिक्री पत्र में की गई व्यवस्था अनुसार किया जाएगा। राशन प्राप्त करते समय टोकन धारक केवल ऑरिजनल डीटीआर एवं आधार पहचान पत्र दिखाकर राशन प्राप्त कर सकता है।
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फतेहाबाद शहर में कुछ गड़बड़ी सामने आई है। कुछ अध्यापकों ने उन लोगों के नाम डाल दिए है जो अमीर है। उसकी अब जांच की जा रही है। कुछ लोग पकड़ में आ गए है। उनके नाम लिस्ट से काट दिए गए है। अध्यापकों की जिम्मेदारी लगाई गई है कि वो टोकन भी बांटकर आए। शहर में करीब 700 लोग है जिन्हें राशन टोकन दिया जाएगा।
जितेंद्र कुमार
ईओ नगरपरिषद फतेहाबाद।