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पांच मई तक थी जीएसटी भरने की छूट, अब जून से पहले भरना होगा रिटर्न

जागरण संवाददाता फतेहाबाद सरकार ने व्यापारियों को जीएसटी भरने की छूट 5 मई तक दी

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 10:41 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 06:21 AM (IST)
पांच मई तक थी जीएसटी भरने की छूट, अब जून से पहले भरना होगा रिटर्न
पांच मई तक थी जीएसटी भरने की छूट, अब जून से पहले भरना होगा रिटर्न

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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सरकार ने व्यापारियों को जीएसटी भरने की छूट 5 मई तक दी हुई थी। यह तारीख बीत गई। अब सरकार के दिशानिर्देशानुसार जून तक सभी व्यापारियों को जीएसटी भरना होगा अन्यथा जुर्माना शुरू हो जाएगा। इससे पहले सरकार ने मार्च में ही कोरोना को लेकर जीएसटी भरने में छूट दे दी थी। कराधान विभाग की उपायुक्त अंजू का कहना है कि जिसने जीएसटी नंबर लिया है उसे हर महीने की 20 तारीख तक जीएसटी रिटर्न करना होता है। अन्यथा जुर्माना लगता है। ऐसे में अधिकांश व्यापारी रिटर्न कर देते हैं। जो नहीं करते उन पर जुर्माना लगता है।

जिले में 10 हजार 8 लोगों ने जीएसटी नंबर लिया हुआ है। इनमें से तीन हजार व्यापारी ही ऐसे हैं जिनकी टर्नओवर 30 लाख रुपये से अधिक है। यानी ये ही सबसे अधिक टैक्स भरते हैं। विभाग की डीईटीसी के अनुसार 90 फीसद व्यापारी अपना रिटर्न भर रहे हैं। जो नहीं भर रहे उन पर नियमानुसार जुर्माना अपने आप लग जाता है।

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रोड पर जुर्माना लगाकर टैक्स वसूलना हो गया कम :

फतेहाबाद में बड़े उद्योग नहीं होने के चलते जीएसटी से टैक्स अधिक नहीं मिलता। वर्ष 2018-19 में तत्कालीन कराधान विभाग के उपायुक्त वीके शास्त्री ने रोड साइड पर चेकिग करते हुए बड़ी संख्या में बिना बिल के वाहनों को पकड़ते हुए जुर्माना लगाया था। इस दौरान उन्होंने हैफेड के अधिकारियों पर भी बिना बिल की सरसों की खरीदने पर 6 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया था। हालांकि अब ऐसा नहीं है। फतेहाबाद में कराधान विभाग का चार्ज हिसार की कराधान अधिकारी अंजू का दिया हुआ है। वे कार्यालय में जरूरी काम होने पर ही आती है।

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यहां तो टैक्स पेटीशन एसोसिएशन को कार्यालय खोलने की नहीं मिली मंजूरी :

व्यापारी अपना जीएसटी रिटर्न सीए व आयकर वकील की मदद से भरते हैं। फतेहाबाद में आयकर वकीलों की टैक्स पेटीशन एसोसिएशन है। लॉकडाउन में इस पहले कार्यालय खोलने की छूट नहीं थी। अब मांग उठाई तो मात्र तीन दिन की छूट दी है। वह भी अन्य कामर्शियल की तरह। जबकि इस एसोसिएशन की मांग है कि उन्हें सप्ताह में छूट दी जाए। उनके बिना अधिकांश व्यापारी अपना जीएसटी नहीं भर पाएंगे। लेकिन व्यापारियों व एसोसिएशन की मांग के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही।

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पहले तो हमें अधिकारियों ने छूट ही नहीं दी। जब मांग की है तो सिर्फ तीन दिन की छूट दी है। ऐसे में व्यापारियों को रिटर्न भरने में परेशानी आ रही है। हमारी मांग है कि हम सप्ताह में छह दिन अपने प्रतिष्ठान खोलने की मंजूरी दें ताकि व्यापारी अपना निर्धारित टैक्स भर सके। एक तरफ सरकार के पास कर्मचारियों को देने के लिए बजट नहीं है, दूसरी तरफ जिनको रुपये भरने है, उनको छूट नहीं दी जा रही।

- भारत भूषण गर्ग, जिला अध्यक्ष, डिस्ट्रिक्ट टैक्स पेटीशन एसोसिएशन।

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ये तो मुझे पता नहीं कि फतेहाबाद में प्रत्येक वर्ष कितना जीएसटी आता है, लेकिन मेरी जानकारी में है कि 90 फीसद व्यापारी समय पर रिटर्न भर रहे है। फतेहाबाद में जीएसटी को लेकर किसी प्रकार की परेशानी नहीं है। सरकार ने व्यापारियों को 5 मई तक छूट दी हुई है। अब सरकार ने छूट नहीं दी है। ऐसे में अब व्यापारी अपनी निर्धारित रिटर्न भरें।

- अंजू सिंह, जिला उपायुक्त, कराधान विभाग।

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वित्त वर्ष जीएसटी से मिला राजस्व

2017-18 23 करोड़

2018-19 64 करोड़

2019-20 50 करोड़ (फरवरी 2020 तक)


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