फसलों की ऑनलाइन गिरदावरी करवाई, अब मानदेय देना भूले
जागरण संवाददाता फतेहाबाद प्रशासन ने गत खरीफ सीजन में फसलों की ऑनलाइन गिरदावरी कर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
प्रशासन ने गत खरीफ सीजन में फसलों की ऑनलाइन गिरदावरी करने के लिए पटवारियों के सहायक नियुक्त किए थे। इन सहायकों को टेबलेट चलाते हुए सर्वे में पटवारियों का सहयोग किया था। अब परेशानी यह है कि प्रशासन उन्हें सहायकों को मानदेय नहीं दे रहा। इससे उनमें रोष हैं। दरअसल, फतेहाबाद ब्लाक के 48 युवाओं ने पटवारियों के साथ मिलकर खरीफ फसलों की ऑनलाइन गिरदवारी की थी। इसके लिए उन्हें 10 हजार रुपये मानदेय मिलना था। टेबलेट के मार्फत ऑनलाइन गिरदवारी का कार्य गत अगस्त महीने में पूरा हो गया था। उसके बाद युवाओं ने मिली टेबलेट राजस्व विभाग में जमा करवा दी। अब परेशानी यह है कि 3 महीने बाद भी युवाओं द्वारा किए गए कार्य का मानदेय नहीं मिल रहा।
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फसलों का ब्योरा होता है ऑनलाइन दर्ज
राजस्व विभाग द्वारा करवाए गई फसलों की ऑनलाइन गिरदवारी में यह देखा जाता है कि किसान ने कौन सी फसल किस किला नंबर में बोई हुई है। यह कार्य रबी व खरीफ सीजन दोनों में होता है। ऑनलाइन से पहले ये कार्य पटवारी अकेले ही करते थे। अब यह कार्य पटवारी की देखरेख में उनके नियुक्त सहायक करते है। जिन्हें जिला राजस्व विभाग व जिला सूचन विभाग द्वारा बकायदा टेबलेट भी मुहैया करवाई जाती है।
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कुछ पटवारी बन रहे परेशानी की वजह
जिन पटवारियों का सहयोग युवाओं ने ऑनलाइन गिरदवारी करने में किया था। अब उन्हें मानदेय न मिलने में कुछ पटवारी भी बड़ी वजह बन रहे है। राजस्व विभाग के अनुसार 48 युवाओं में से अभी तक 38 युवाओं ने अपने आधार व पैन कार्ड के साथ खाता नंबर करवा दिया है। बाकि 10 युवाओं के जरूरी दस्तावेज भी जमा नहीं हुए है। वहीं युवाओं का कहना है कि उन्होंने तो अपने दस्तावेज पटवारियों को दे दिए थे। पटवारियों ने आगे जमा नहीं करवाएं।
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पूरा मामला मुझे दो दिन पहले पता चला है। युवाओं को जल्द ही मानदेय दे दिया जाएगा। इसके लिए मैंने संबंधित कर्मचारियों का निर्देश दे दिया है। किसी भी युवा को मानदेय से वंचित नहीं रखा जाएगा।
- सरजीत नैन, एसडीएम।