बाजरा की परचेज हुई ज्यादा, डिपू पर तीन गुणा भेजा, शहरी उपभोक्ता लेने में कर रहे आनाकानी
बाजरा की परचेज इस बार ज्यादा होने के कारण इसे निकालने के लिए
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
बाजरा की परचेज इस बार ज्यादा होने के कारण इसे निकालने के लिए डिपूओं पर कई गुणा भेज दिया गया है। अब डिपूओं पर बाजरा लेने को लेकर आए दिन विवाद हो रहा है। गेहूं से भी ज्यादा बाजरा उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है। खासकर शहरी क्षेत्र में उपभोक्ता बाजरा लेने से इंकार कर रहे हैं, डिपू धारक भी उनके आगे हाथ जोड़ रहे हैं कि इस मामले में वह कुछ नहीं कर सकते हैं, ऑनलाइन लोकेशन के मुताबिक बाजरा दिया जा रहा है। इस बार पिछले साल की तुलना से तीन गुणा से भी ज्यादा बाजरा उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है।
सर्दी शुरू होने के साथ ही नवंबर माह में राशन में बाजरा को शामिल किया गया है। खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विभाग की तरफ से इस बार ओपीएच कार्ड पर प्रत्येक सदस्य को तीन किलो बाजरा तथा दो किलो गेहूं दिया जा रहा है जबकि पिछले साल आधा किलो बाजरा दिया गया था। बीपीएल कार्ड धारक को भी तीन किलो बाजरा व दो किलो गेहूं दी जा रही है। इसके अलावा एएवाई कार्ड धारक को 35 किलो के राशन में से 15 किलो बाजरा दिया जा रहा है। जबकि पिछले साल पांच किलो बाजरा दिया गया था।
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शहरी उपभोक्ता नहीं पसंद कर रहे बाजरा
ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी उपभोक्ता बाजरा पसंद नहीं कर रहे हैं। शहरी उपभोक्ता गेहूं की रोटी खाना ज्यादा पसंद करते हैं। शहरी उपभोक्ताओं का कहना है कि उनकी गेंहू की लागत ज्यादा है और डिपू से मिलने वाले राशन से ही काम चलता है। तीन गुणा बाजरा देना व्यर्थ करने जैसा है।
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इस भाव मिल रहा राशन
विभाग की तरफ से उपभोक्ताओं को दो रुपये किलो के हिसाब से गेहूं तथा एक रुपये किलो के हिसाब से बाजरा दिया जा रहा है।
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सरकार को डिपूओं पर उतना ही बाजरा भेजना चाहिए जितनी लागत है। उपभोक्ता बाजरा लेने से इंकार रहे है। इस कारण आए दिन डिपूओं पर विवाद हो रहा है। शहरी क्षेत्र में ज्यादा परेशानी आ रही है। विभाग को चाहिए कि जिस क्षेत्र में बाजरा की ज्यादा डिमांड है वहीं पर भेजा जाए।
शीशपाल गोदारा, प्रदेशाध्यक्ष
आलफेयर प्राइस शॉप डीलर फेडरेशन हरियाणा
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विभाग की तरफ से इस बार बाजरा की परचेज ज्यादा हुई है, इसी कारण डिपूओं पर ज्यादा बाजरा भेजा गया है। बाजरा की खराब होने की आशंका रहती है इसलिए इसे जल्दी निकालना पड़ रहा है।
- घड़सीराम
इंस्पेक्टर, कांफेड फतेहाबाद