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मिले थे13 डंपर, 3 वाहन चला रहे सफाई कर्मी, बाकी को लगा जंग

बीती 24 जून को मुख्यमंत्री मनोहर लाल शहर में राहगीरी कार्यक्रम

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Aug 2018 10:46 PM (IST)Updated: Sat, 11 Aug 2018 10:46 PM (IST)
मिले थे13 डंपर,  3 वाहन चला रहे सफाई कर्मी, बाकी को लगा जंग
मिले थे13 डंपर, 3 वाहन चला रहे सफाई कर्मी, बाकी को लगा जंग

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: बीती 24 जून को मुख्यमंत्री मनोहर लाल शहर में राहगीरी कार्यक्रम में आए थे। नगर परिषद अधिकारियों ने सरकार के समक्ष एक समस्या रखी थी कि उनके पास कूड़ा उठाने के लिए वाहनों की सुविधा नहीं है। राहगीरी कार्यक्रम से पहले नगर परिषद को सरकार ने 13 डंपर दे दिए। जब मुख्यमंत्री कार्यक्रम में आए तो गाड़ियों का शुभारंभ भी कर दिया गया। लेकिन विडंबना ये है कि स्थानीय अधिकारी इन वाहनों पर ड्राइवर नहीं रख पाए। चूंकि चालक न होने के कारण सारी परेशानी सफाई कर्मचारियों को हो रही है। अब सफाई कर्मचारी तीन डंपर खुद चला रहे हैं, जिनके पास ड्राइ¨वग लाइसेंस है और गाड़ी चलाने में सक्षम हैं। हालांकि वे ऐसा जोखिम उठाना नहीं चाहते, लेकिन मजबूरी में ऐसा कर रहे हैं। इसलिए तीन ही गाड़ियां चल रही हैं। बाकी 10 गाड़ियां खड़ी हैं। शहर के अलग-अलग हिस्सों से कूड़ा उठाने को लेकर आ रही समस्या को लेकर नप ने 13 डंपर गाड़ियां खरीदी थी। कहा यही जा रहा था कि इन गाड़ियों से तंग गलियों में से कूड़ा उठाना आसान हो जाएगा। लेकिन फिलहाल समस्या यथावत है। नप कार्यालय में खड़ी गाड़ियों को जंग खाने लगी है।

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संकरी गलियों में कूड़ा उठाने की समस्या

मुख्य मार्गों से कूड़ा उठाना आसान रहता है। सबसे ज्यादा दिक्कत संकरी गलियों में होती है, जहां तक ट्रैक्टर ट्राली प्रवेश नहीं कर पाती। उन गलियों में कूड़ा उठाने के लिए डंपर खरीदे गए हैं। लगभग 45 लाख रुपये की लागत आई है। फिलहाल गाड़ियां नप कार्यालय में खड़ी हैं और शहर में कचरे के ढेर लगे हुए हैं। भट्टू रोड, बस स्टैंड के सामने, पुराना बस स्टैंड व बीघड़ रोड समेत कई स्थानों पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यहां से दो-दो दिन तक कचरा नहीं उठ रहा है। कर्मचारियों को होती है दिक्कत : प्रधान

नगर परिषद कर्मचारियों के पास सफाई के संसाधनों का अभाव है। इसलिए लंबे समय की मांग के बाद डंपर मिले हैं। लेकिन अब इन वाहनों पर ड्राइवर नहीं रखे जा रहे है। इससे शहरवासियों को नहीं, बल्कि सबसे ज्यादा दिक्कत कर्मचारियों को होती है। कर्मचारियों को कूड़ा उठाने में बहुत मुश्किल होती है। यदि कहीं पर कूड़ा न उठे तो पार्षद अधिकारियों से शिकायत करते हैं। इसलिए हमारी मांग है कि वाहनों पर जल्द ड्राइवर रखे जाएं।

-रमेश तोषामढ़, नेता, सफाई कर्मचारी यूनियन।

------------- हम ड्राइवर इसलिए नहीं रख पा रहे थे, क्योंकि पहले मंजूरी नहीं मिल रही थी। अब हमें उपायुक्त से मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही आउट सोर्सिंग पॉलिसी के तहत ड्राइवर रख लिए जाएंगे। सोमवार से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

-दर्शन नागपाल, प्रधान, नगर परिषद फतेहाबाद ये है संसाधनों की स्थिति

-169 सफाई कर्मचारी हैं।

-04 ट्रैक्टर ट्रॉली कूड़ा उठाने को है।

-10 नए डंपर ड्राइवर के अभाव में खड़े हैं।


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