जिले में पहली बार पुलिस करेगी नशा तस्कर दो भाइयों की संपत्ति होगी अटैच, दूसरे तस्करों को दिया कड़ा संदेश
जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में फैले ड्रग तस्करी के जाल पर लगाम कसने के लिए जिला पुलि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में फैले ड्रग तस्करी के जाल पर लगाम कसने के लिए जिला पुलिस ने अब ड्रग माफियाओं की संपत्ति अटैच की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने माना है कि जो नशे की तस्करी में बार बार पकड़े जाएंगे उसकी संपत्ति का पता लगाकर उसे अटैच की जाएगी। पुलिस ने ऐसे ही दो भाइयों को पकड़ा था। इन आरोपितों के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं। एनडीपीएस अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किए गए दो तस्कर भाइयों की लाखों रुपये की संपत्ति अटैच करने की जिला पुलिस को को मंजूरी मिल गई है। पुलिस की इस कार्रवाई से अब ड्रग तस्करों को एक कड़ा संदेश भी जाएगा कि अगर उन्होंने अब भी इस अवैध धंधे से किनारा नहीं किया तो उनकी भी संपत्ति जब्त हो सकती है।
पत्रकारों से बात करते हुए एसपी राजेश कुमार ने बताया कि सदर रतिया पुलिस ने नवंबर 2018 में गश्त के दौरान एक ट्रैक्टर से 9 क्विंटल 72 किलो 600 ग्राम चूरापोस्त बरामद किया था। इस मामले में पुलिस ने गांव कलोठा निवासी दो भाई बलजीत व रणजीत को गिरफ्तार किया था। बलजीत और रणजीत दोनों के खिलाफ नशा तस्करी के अनेक मामले दर्ज है। पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68 एफ के तहत इनकी चल-अचल संपत्ति अटैच करने के लिए संबंधित प्राधिकरण को पत्र लिखा था। अब प्राधिकरण द्वारा इनकी संपत्ति अटैच की मंजूरी दे दी गई है और इस बारे राजस्व विभाग को भी सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बलजीत सिंह निवासी कलोठा के पुत्र लखविन्द्र की 4 कनाल 5 मरले 9 सरसाई जमीन व एक ट्रैक्टर तथा रणजीत सिंह निवासी कलोठा के पुत्र की 4 कनाल 5 मरले 9 सरसाई जमीन को अटैच किया जाएगा। बलजीत पर 12 मामले दर्ज है जिनमें 8 मामले एनडीपीएस एक्ट के है और वह अजमेर जेल में बंद है। रणजीत पर 6 मामले दर्ज है जिसमें 4 एनडीपीएस एक्ट के है और वह हिसार जेल में बंद है। एसपी ने कहा कि उनका प्रयास है कि जिले के युवाओं को नशे जैसे बीमारी से दूर किया जाए। पुलिस का प्रयास ड्रग्स कारोबार से जुड़ी बड़ी मछलियों और फाइनेंसरों की धरपकड़ कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजना है।