Fatehabad: अधिकारी नहीं, विद्यार्थी करेंगे एक-दूसरे के स्कूलों का निरीक्षण, खामियों-खासियतों पर देंगे रिपोर्ट
Fatehabad शिक्षा विभाग में नए प्रयोगों का सिलसिला जारी है। अब तक आप ये देखते आए थे कि अधिकारी स्कूलों में जाकर निरीक्षण करते थे लेकिन शिक्षा विभाग ने इस परिपाटी में बदलाव किया है। इस बार अधिकारी नहीं बल्कि विद्यार्थी खंड के दूसरे स्कूलों में जाकर निरीक्षण करेंगे।
फतेहाबाद, जागरण टीम: शिक्षा विभाग में नए प्रयोगों का सिलसिला जारी है। अब तक आप ये देखते आए थे कि अधिकारी स्कूलों में जाकर निरीक्षण करते थे, लेकिन शिक्षा विभाग ने इस परिपाटी में बदलाव किया है। इस बार अधिकारी नहीं बल्कि विद्यार्थी खंड के दूसरे स्कूलों में जाकर निरीक्षण करेंगे। ये विद्यार्थी जिस भी स्कूल में जाएंगे, वहां के शैक्षणिक माहौल, खामियों, खासियतों पर अपने अनुभव शिक्षा विभाग के साथ सांझा करेंगे।
इसके तहत हाई स्कूल के विद्यार्थी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में जाएंगे और सीनियर सैकेंडरी स्कूल के बच्चे हाई स्कूल में जाएंगे। जिस भी विद्यार्थी की रिपोर्ट सबसे बेहतरीन होगी, उसे शिक्षा विभाग की ओर से एक प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। ये प्रक्रिया पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में की जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रत्येक स्कूल के लिए दो हजार रुपये का बजट भी अलाट कर दिया गया है।
निरीक्षण के दौरान ये काम करेंगे निरीक्षण करने वाले विद्यार्थी - लाइब्रेरी और कम्प्यूटर लैब का निरीक्षण - स्कूल स्टाफ व विद्यार्थियों से बातचीत - स्कूल में होने वाली खेलकूद प्रतियोगिताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी - स्कूल की साइंस लैब व एनसीसी गतिविधियों की डिटेल लेंगे प्रदेश के 32 सौ स्कूलों में विद्यार्थी करेंगे विजिट
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना में फिलहाल हाई स्कूल व सीनियर सैकेंडरी स्कूल को ही शामिल किया गया है। विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 1842 सीनियर सैकेंडरी एवं 1372 के करीब हाई स्कूल हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रत्येक स्कूल के लिए दो-दो हजार रुपये अलाट किए हैं। बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए बनी योजना शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो इस योजना के पीछे शिक्षा विभाग मंशा विद्यार्थियों में आत्मविश्वास की भावना को बढ़ाने की है। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह विशेष विजिट पर जाने से बच्चों में एक तो आपसी तालमेल बढ़ेगा और दूसरा वो चीजों की परख करना सीखेंगे। इतना ही नहीं, विजिट से लौटकर अगर उनके स्कूल में कोई कमी है तो उसके बारे में भी जागरूक होंगे और उस कमी को दूर करवाने का प्रयास करेंगे।
च्टविंग आफ स्कूल प्रोग्राम के तहत हाई स्कूल और सीनियर सैकेंडरी स्कूल के विद्यार्थी स्कूलों में विजिट करेंगे और विभिन्न विषयों पर निरीक्षण कर अपने अनुभव सांझे करेंगे। -वेद सिंह दहिया, जिला परियोजना संयोजक, सर्वशिक्षा अभियान