Move to Jagran APP

एक महीने पहले शुरू हुई नरमे की चुगाई, मजदूर न मिलने से किसान परेशान

जिले में इस बार अच्छी बरसात न होने का परिणाम सामने आने लग गया

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 10:56 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 10:56 PM (IST)
एक महीने पहले शुरू हुई नरमे की चुगाई, मजदूर न मिलने से किसान परेशान
एक महीने पहले शुरू हुई नरमे की चुगाई, मजदूर न मिलने से किसान परेशान

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: जिले में इस बार अच्छी बरसात न होने का परिणाम सामने आने लग गया है। नरमे की चुगाई अक्सर अक्टूबर माह में शुरू होती है। लेकिन इस बार यह सितंबर माह में शुरू हो गई है। समस्या यह है कि किसानों को मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं। इसके अलावा मौसम विभाग ने आने वाले तीन चार दिनों में हल्की बूंदाबांदी की आशंका भी जताई। जिससे किसानों की समस्या भी डबल हो गई है। अगर जल्द ही नरमे की चुगाई नहीं करवाई तो फसल खराब हो सकती। अक्सर अक्टूबर माह में नरमे की चुगाई शुरू होती है। लेकिन इस बार जिले में बरसात कम होने व गर्मी अधिक होने के कारण एक महीने पहले ही नरमे की फसल आ गई है। इस बार नरमे की फसल भी इतनी अच्छी नहीं है। करीब 20 दिन पहले आई आंधी व बरसात के कारण यह फसल खराब भी हो गई है।

loksabha election banner

------------------------

बढ़ा नरमे की चुगाई का रेट

किसानों की मानें तो इस बार नरमे की फसल इतनी अच्छी नहीं है, फिर भी मजदूरों ने रेट अधिक कर दिया है। मजदूर एक किलो की चुगाई करने पर 10 रुपये मांग रहे हैं। यानि पांच किलो नरमे की चुगाई के 50 रुपये तय कर दिए है। मजदूरों का कहना है कि दिन का तापमान अधिक होने के कारण बीमार होने का खतरा बना हुआ है। जिससे वे काम पर नहीं जा रहे है। सोमवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

------------------------

इस बार कम क्षेत्र में हुई कपास की बुआई

गांव धांगड़ के किसान रामेश्वर, महेश, ¨चदड़ के किसान श्रीराम, छबील दास, महेंद्र ने बताया कि 20 दिन पहले आई बरसात से नरमे की फसल खराब हो गई है। जिससे उत्पादन में कमी आई है। इस बार बरसात कम होने के कारण पूरे जिले में करीब 69 हजार हेक्टेयर भूमि में ही नरमे की बुआई हुई थी, जो पिछले साल की अपेक्षा 20 हजार हेक्टेयर भूमि से कम है।

------------------------

करीब एक महीने पहले नरमे की चुगाई शुरू हो गई है। इसका मुख्य कारण समय पर बरसात न होना व तापमान गर्म होना ही है। गर्मी के कारण जो फल आया था वो जल्दी पक गया। जिससे इस बार उत्पादन पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।

::राजेश कुमार, एसडीओ, कृषि विभाग फतेहाबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.