Move to Jagran APP

किसान सूअरों से परेशान, राजस्व विभाग के अनुसार नहीं है नुकसान

जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले के कई गांवों में सूअर फसलों को खराब कर रहे हैं। ि

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 07:44 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 07:44 AM (IST)
किसान सूअरों से परेशान, राजस्व विभाग के अनुसार नहीं है नुकसान
किसान सूअरों से परेशान, राजस्व विभाग के अनुसार नहीं है नुकसान

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

prime article banner

जिले के कई गांवों में सूअर फसलों को खराब कर रहे हैं। किसान इसकी शिकायत अनेक बार जिले के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री को भेज चुके हैं। कई गांवों के किसानों की शिकायत सरकार को भेजने के बाद सरकार ने इसकी जानकारी राजस्व विभाग से मांगी। इसके बाद गत दिनों राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में दावा किया है कि उनके क्षेत्र में सूअर तो क्या नीलगाय से भी फसलों को नुकसान नहीं हो रहा। हकीकत में किसान सूअर के साथ नीलगाय दोनों से परेशान हैं। सूअर तो कुछ क्षेत्र में फसलों को नुकसान करते हैं। जबकि नीलगाय तो पूरे जिले में फसलों को नुकसान पहुंचा रही है। उसके बाद भी विभाग के कर्मचारियों ने रिपोर्ट भेजने के लिए धरातल का जायजा तक नहीं लिया।

जिले के गांव काजल, कुम्हारियां, बड़ोपल, मोहम्दपुर रोही, धांगड़, खजूरी जांटी के साथ गोरखपुर क्षेत्र में सूअर का प्रकोप बहुत है। इसकी वजह है कि इस क्षेत्र में गन्ने की खेती अधिक होती हैं। शुरुआत में गन्ने की फसल को सूअर नुकसान पहुंचाते थे। अब ये मूंगफली, गाजर व आलू के साथ कपास की फसल को नुकसान पहुंचा रहे है। ऐसे में किसान सूअरों की परेशानी का खत्म करने की मांग करते है। परंतु अभी तक समाधान नहीं हुआ। इसके लिए अनेक बार मुख्यमंत्री को शिकायत भेज चुके हैं।

-------------------------------

राजस्व विभाग ने बनाकर भेजी रिपोर्ट :

प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी कि आपके क्षेत्र में नीलगाय व सूअरों से कितनी फसल खराब हुई है। इसके बाद राजस्व विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर भेजी। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में नीलगाय व सूअर से फसल खराब ही नहीं हुई। जबकि हकीकत में प्रत्येक सीजन में सूअर व नीलगाय फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं।

----------------------

फसल के साथ किसान को भी पहुंचाते है चोट :

ग्रामीणों का कहना है कि सूअर पहले फसल को खराब करते थे। अब ये फसल के साथ खेत की रखवाली करने वाले किसानों को भी नुकसान पहुंचा रहे है। ऐसे में इनकी समस्या का समाधान करना जरूरी है। नीलगाय व सूअर दोनों की किसान को अकेला देखकर हिसक हो जाते है। गांव काजल हेड़ी में तीन लोगों पर सूअर हमला करके घायल कर चुके हैं।

--------------------------------

दैनिक जागरण ने किसानों की मांग पर उठाया मुद्दा :

दैनिक जागरण ने गत 20 सितंबर के अंक में 'सूअरों के आतंक से किसान परेशान' शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था। गांव काजल हेड़ी के किसान सुरेंद्र, विनोद, रामनिवास व मनोज का कहना हैं कि वे लंबे समय से सूअरों से परेशान है। परंतु सरकार अब इनका समाधान नहीं कर रही। यदि सरकार ने जंगली जानवरों के नुकसान के आंकलन के बारे में रिपोर्ट मांगी है तो अधिकारियों को सही से रिपोर्ट भेजनी थी। लेकिन अधिकारी उनके क्षेत्र में आए ही नहीं।

--------------- इस बारे में मुझे जानकारी नहीं। यदि सरकार ने जानकारी मांगी है तो हमने सही ही भेजी है। इस बारे में आपको बृहस्पतिवार को बता पाउंगा। आज (बुधवार) को छुट्टी होने के चलते मैं घर पर हूं। इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकता।

- विजय, तहसीलदार, फतेहाबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.