नोटिस के बाद भी भाजपा नेता ने नहीं हटाया कब्जा, मार्केट कमेटी ने पुलिस सहयोग से की कार्रवाई
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : बस स्टैंड के सामने मार्केट कमेटी का धर्मकांटा है। इस धर्मकां
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : बस स्टैंड के सामने मार्केट कमेटी का धर्मकांटा है। इस धर्मकांटा को नवंबर 2017 में भाजपा ग्रामीण मंडल के महामंत्री को सात लाख रुपये में ठेके पर दिया था। समय पूरा होने के बावजूद न तो कब्जा छोड़ा और न ही दो लाख रुपये की पेमेंट की। ठेकेदार ने यहां पर धर्मकांटा चलाने की बजाए यहां पर अवैध दुकाने भी लगवा दी। मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने अवैध कब्जा छुड़वाने के लिए पुलिस सहायता की मांग की थी। मंगलवार सुबह यहां से अवैध कब्जा छुड़वा लिया और जमीन पर अपना हक ले लिया है। वहीं भाजपा नेता का चार दिन के अंदर अपना सामान उठाने के आदेश दिए है। वहीं सवाल उठ रहा है कि एक साल तक यहां पर एक भी वाहन की तोल नहीं हुई तो तब यह कार्रवाई क्यों नहीं की। वहीं एक वीडियो भी वायरल हुई है। जिसमें एक कर्मचारी रुपये ले रहा है। भाजपा नेता का आरोप है कि यह कर्मचारी मार्केट कमेटी का है और दुकानदारों से रुपये ले रहा है। वहीं दुकानदार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं मार्केट कमेटी के अधिकारियों का कहना है कि उनका कोई लेना देना नहीं है।
जानकारी के अनुसार मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा ने प्रशासन को पत्र लिखा था कि उनकी जगह पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। वो खाली नहीं कर रहे। इसलिए उन्हें पुलिस की सहायता उपलब्ध करवाई जाए। मंगलवार को नायब तहसीलदार रामनिवास को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। इसके अलावा पुलिस बल भी दे दिया। सुबह 10 बजे सभी अधिकारी पुलिस बल के साथ जेसीबी मशीन भी साथ लेकर पहुंच गए। अधिकारियों की भनक लगते ही कुछ दुकानदारों ने अपना सामान उठाना शुरू कर दिया। जिन लोगों ने खोखे लगा रखे थे उन्हें मार्केट कमेटी के कर्मचारियों ने ट्राली में डाल लिया। यहां से पांच अवैध दुकानों को खाली करवाया गया। जिसमें सिटी कन्फेक्शरी, ग्रीन राज नमकीन भंडार, श्री बाला जी कन्फेक्शरी, बंटी नमकीन भंडार व सर्फ साबून भंडार की प्रमुख थी। कब्जा हटाने की कार्रवाई का किसी ने विरोध तक नहीं किया।
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भाजपा ग्रामीण मंडल के महामंत्री को दिया था ठेका
मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने भाजपा ग्रामीण मंडल के महामंत्री परमजीत बेनीवाल को नवंबर 2017 को इस धर्मकांटे का ठेका दिया था। यह ठेका 7 लाख रुपये प्रति सलाना तय हुआ। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता ने आठ महीने तक 5 लाख रुपये की पेमेंट की। उसके बाद रुपये देने से मना कर दिया। भाजपा नेता का आरोप था कि यहां पर एक भी वाहन नहीं आता है। इस कारण उन्हें घाटा लग रहा है। इसलिए वे रुपये नहीं दे रहा।
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ठेकेदार ने ही लगवाई थी अवैध दुकानें
कब्जा कार्रवाई के दौरान मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने यहां पर पांच अवैध दुकानें लगवा ली। वहीं इन दुकानदारों ने 10 से 20 हजार रुपये प्रति महीने ले रहा था। मार्केट कमेटी ने जब से इन्हें नोटिस देने शुरू किए थे तभी दुकानदारों ने रुपये देने भी बंद कर दिए थे। यहीं कारण है कि अब ठेकेदार ही उन पर रुपये लेने का आरोप लगा रहा है।
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रुपये लेने का वीडियो वायरल
कब्जा हटाने की कार्रवाई से कुछ समय पहले ही एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक कर्मचारी कुछ रुपये ले रहा है। वहीं भाजपा नेता ने दावा किया है कि दुकानदारों से मार्केट कमेटी के अधिकारी रुपये ले रहे है। वहीं अधिकारियों ने कहा कि यह सब झूठ है। हमारा कोई कर्मचारी नहीं है। यह वीडियो बनाई गई है।
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धर्मकांटे की जगह नहीं लग सकती दुकानें
2017 में जब ठेका दिया था तब शर्त थी कि कोई भी इस जगह पर दुकानें नहीं लगवा सकता। शहर के बीच में धर्मकांटा होने के कारण यहां पर कोई वाहन भी नहीं आ रहा था। यहीं कारण है कि भाजपा नेता ने यहां पर दुकानें लगवानी शुरू कर दी। वहीं एक सवाल उठ रहा है कि एक साल तक यहां पर एक भी वाहन का वजन नहीं हुआ तो मार्केट कमेटी के अधिकारी कहां गए थे। जबकि कुछ ही दूरी पर अधिकारियों का कार्यालय भी है। भाजपा नेता होने के कारण अधिकारियों ने भी आवाज नहीं उठाई।
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भाजपा नेता को दिया चार दिन का समय
कब्जा कार्रवाई के दौरान भाजपा नेता परमजीत बैनीवाल खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि धर्मकांटा में उसका सामान पड़ा है। वहीं 20 फरवरी को सुनवाई होनी है। जब तक उनके नुकसान की भरपाई नहीं होती तब तक खाली नहीं करेंगे। वहीं मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि एक दिन बाद कोर्ट का जवाब आ जाएगा। उसके बाद वे अपना कब्जा उठा ले। चार दिन के अंदर कब्जा नहीं छोड़ा जाता तो वो अपने आप ही उठा देंगे।
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दुकानदारों से मार्केट कमेटी के कर्मचारी रुपये ले रहे थे। जब देने से मना किया तो यहां से कब्जा हटा दिया। धर्मकांटा ठेके पर लेते समय जो शर्त थी वो उन्होंने पूरी नहीं की है। एक भी वाहन का यहां पर तोल नहीं हुआ। इसलिए वे रुपये नहीं दे सकता। 20 फरवरी को सुनवाई होनी है। कोर्ट क्या फैसला लेती है उसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
परमजीत बेनीवाल
भाजपा ग्रामीण मंडल के महामंत्री फतेहाबाद।
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नियम के अनुसार एक साल का ठेका होता है। वहीं ठेकेदार ने केवल आठ महीने की ही पेमेंट दी है। दो लाख रुपये और बाकी है। एक साल पूरा होने के बाद भी ठेकेदार कब्जा नहीं उठा रहा था। इन्हें नोटिस भी जारी किया गया था। लेकिन कुछ नहीं किया। मंगलवार को यहां से कब्जा हटा दिया गया। वहीं ठेकेदार को चार दिन का समय दिया गया। ठेकेदार भाजपा नेता है या नहीं उन्हें नहीं पता। हमारे किसी भी कर्मचारी ने रुपये नहीं लिए है। ठेकेदार ने पहले कोई शिकायत भी नहीं की थी कि यहां पर अवैध दुकानें है। दुकानें तो खुद लगवा रखी थी।
संजीव सचदेवा
सचिव मार्केट कमेटी फतेहाबाद।