आयुष्मान योजना से दूर पात्र, स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता भी फेल
जागरण संवाददाता फतेहाबाद आयुष्मान योजना का जिले में प्रचार न होने के कारण यह योजना द
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
आयुष्मान योजना का जिले में प्रचार न होने के कारण यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। यही कारण है कि जिले में अब तक केवल 30 फीसद ही गोल्डन कार्ड बन पाए हैं। ऐसे में पात्र लोगों को यह सुविधा कैसे मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करने का प्रयास तो कर रहा है लेकिन यह नाकाफी है। कुछ हद तक तो इसके जिम्मेदार ग्राम पंचायत भी है। ग्राम पंचायतें अपने स्तर पर कोई प्रयास नहीं कर रही है। अगर प्रयास करती रही तो फीसद का आंकड़ा कहीं ज्यादा होता। स्वास्थ्य विभाग ने पिछले महीने गांवों के मंदिरों व गुरुद्वारों में मुनादी करवाई थी कि 5 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन करवाये। इसका असर ये हुआ कि जो ग्राफ पहले 30 हजार तक था वो बढ़कर 78 हजार हो गया। लेकिन अब भी स्वास्थ्य विभाग 50 फीसद के आंकड़े को नहीं छू पाया है। अगर पात्र लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा तो इस योजना को चलाने का क्या फायदा। स्वास्थ्य विभाग को पड़े पैमाने पर इसे लागू करना होगा तभी तो यह गरीब लोगों को इसका लाभ मिल सकेंगा।
-----------------------------------------------
क्या है आयुष्मान योजना
प्रधानमंत्री ने पिछले साल ही आयुष्मान योजना की शुरुआत की थी। 2011 की जनगणना के अनुसार गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को इसमें शामिल गया गया है। परिवार को एक गोल्डन कार्ड बनेगा। परिवार के कितने सदस्य होंगे इसकी सूची भी इस कार्ड में अंकित होगी। पूरे साल में परिवार का एक सदस्य 5 लाख रुपये का फ्री में इलाज करवा सकता है। जिले में जो प्राइवेट अस्पताल होगा उसी के अंदर इलाज किया जाएगा।
-------------------------------------
अस्पताल में कैसे मिलेगा लाभ
मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपने बीमा दस्तावेज देने होंगे। इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा और दस्तावेजों की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा। निजी अस्पतालों को जोड़ने का काम शुरू हो चुका है।
-------------------------------------
इन बीमारियों का करवा सकते है इलाज
आयुष्मान योजना के तहत पात्र कौन-कौन सा इलाज करवा सकते है इसकी भी लिस्ट जारी हो गई है। पात्र मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले का इलाज करवा सकते है।
-------------------------------
पात्र यहां से बनवा सकते हैं कार्ड
आयुष्मान योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रों को सरकार ने सुविधा दे दी है। पहले केवल नागरिक अस्पताल में यह सुविधा थी। लेकिन कोई भी पात्र अपने साथ लगती पीएचसी व सीएचसी केंद्र में जाकर इस योजना का लाभ उठ सकते है। अस्पताल प्रबंधक ने पहले कार्ड बनवाने के लिए 5 जनवरी रखी थी ताकि टारगेट को पूरा किया जा सके। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। यहीं कारण है कि आज भी आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए पात्र कार्ड नहीं बनवा रहे।
---------------------------------
आंकड़ों पर एक नजर
जिले की जनसंख्या : 12 करोड़
जिले में नागरिक अस्पताल : 3
पॉलीक्लीनिक : 1
पीएचसी सेंटर : 18
सीएचसी सेंटर : 5
आयुष्मान योजना के पात्र : 3,07,809
गोल्डन कार्ड बने : 78,170
जिले में गोल्डन कार्ड फीसद में बने : 30 फीसद
-----------------------------------
आयुष्मान योजना के तहत इन अस्पतालों में होगा इलाज
अस्पताल का नाम स्थान स्पेशिलिटी
जयपुर बच्चों का अस्पताल फतेहाबाद बाल रोग
बतरा ईएनटी अस्पताल फतेहाबाद नाक, कान, गला
पूनम आंखों का अस्पताल फतेहाबाद नेत्र रोग
बंसल अस्पताल फतेहाबाद मेडिसन
रंजन आई केयर अस्पताल टोहाना नेत्र रोग
पारुल ईएनटी अस्पताल टोहाना नाक, कान, गला
आरएमसी अस्पताल टोहाना मल्टीस्पेशिलिटी
-वधवा अस्पताल फतेहाबाद सर्जरी
------------------------------------------------
हर दिन लोग कार्ड बनवाने के लिए आ रहे है। आशा वर्कर भी लोगों को जागरूक कर रही है कि जो आयुष्मान योजना के पात्र है वे अपना गोल्डन कार्ड बनवा ले ताकि भविष्य में अगर किसी को जरूरत पड़े तो इसका फायदा मिल सके। जिले में 78 हजार से अधिक लोगों ने गोल्डन कार्ड बनवा लिए है।
वर्षा रानी,
कोऑर्डिनेटर, आयुष्मान योजना, फतेहाबाद।