जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : भट्टू रोड स्थित बिजली निगम के 33 केवी स्टेशन में हरियाणा कर्मचारी महासंघ के कर्मचारियों ने शुक्रवार सुबह कार्यालय में 2 घंटे का प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता सुभाष जाखड़ और संचालन सब यूनिट सचिव देवेंद्र सिंह जाखड़ ने किया। इस मौके पर सुभाष जाखड़ कहा की कर्मचारियों मैं सरकार व मैनेजमेंट की नई कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ भारी आक्रोश है बिजली कर्मचारियों ने दिन रात मेहनत करके मे महकमे को घाटे से उभार कर मुनाफे में लाने का काम किया। वहीं राज्य कमेटी सदस्य कृष्ण बिश्नोई ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश का एक-एक बिजली कर्मचारी ने अपनी जान जोखिम में डालकर निर्बाध बिजली आपूर्ति बहाल रखी और लाकडाउन में सफल बनाने का काम किया जब विश्व इस महामारी की चपेट में आर्थिक संकट से जूझ रहा था ऐसे समय में बिजली कर्मचारियों ने बिजली कंपनियों की राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में देश में दूसरा स्थान देकर प्रदेश का नाम रोशन करने का काम किया, लेकिन अब सरकार ने कर्मचारियों के बीच आनलाइन ट्रांसफर पालिसी लाकर उन्हें घर से दूर करने का कार्य कर रही है। जो गलत है। कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बिजली संशोधन बिल के नाम पर विभाग का निजीकरण करने पर सरकार आमदा है। उनका कहना है कि शुक्रवार को प्रदर्शन उनकी मुख्य मांग पुरानी पेंशन बहाली कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, समान काम समान वेतन, पूर्णता कैशलेस चिकित्सा सुविधा, बिना शर्त एक्स ग्रेशिया बहाली, बिजली की फ्री यूनिट में बढ़ोतरी बिजली, कर्मचारियों का कलारिकल साथियों की वर्दी आदि आधुनिक मांगों पर सरकार चुप्पी साध रही है। अब इन सभी मांगों के साथ-साथ अन्य मांगों को लेकर एचएसईबी वर्कर्स यूनियन आगामी 31 जनवरी को प्रदेश की सभी डिवीजन कार्यालय पर प्रदर्शन करने का कार्यक्रम आठ फरवरी को सभी जिले के सरकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेगी। इसके बाद आगामी 14 फरवरी को हिसार मुख्यालय पर अपना रोष प्रदर्शन किया जाएगा, वहीं 17 फरवरी को प्रदेश मुख्यालय पंचकूला पर विरोध प्रदर्शन होगा। इसके बाद 22 फरवरी को एक दिवसीय प्रदेश व्यापी हड़ताल 23 व 24 फरवरी को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल व परिस्थितियों के अनुसार राज्य कमेटी अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा करने से भी पीछे नहीं हटेगी।

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