शराब ठेका बंद करवाने को शर्तों की बाधा तोड़ आठ पंचायतें आईं आगे
गांव में शराब का ठेका बंद करवाने के लिए सरकार की कठोर श्
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
गांव में शराब का ठेका बंद करवाने के लिए सरकार की कठोर शर्तें पंचायतों को आगे नहीं आने दे रही है। बेशक, पढ़ी-लिखी पंचायतें हैं। लेकिन 2017 के मुकाबले अब गांव में शराब ठेका पर पाबंदी के लिए पंचायतें आगे ही नहीं आ रही है। पिछले साल की तरह इस बार भी आठ पंचायतें ही आगे आई हैं। इन पंचायतों ने आबकारी विभाग के पास आवेदन भेजा है। विभाग गांव में अवैध शराब की जांच करके सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजेगा।
आबकारी विभाग पुलिस विभाग की मदद लेकर गांव में अवैध शराब के मामलों का पता लगाएगा। अगर पिछले दो साल में गांव में एक भी मामला अवैध शराब का मिलता है तो शराब ठेका खुलने पर पाबंदी नहीं लगेगी। सरकार की तरफ से हर साल 31 दिसंबर तक आवेदन मांगे जाते हैं कि गांव में शराब का ठेका व उप ठेका खोला जाए या नहीं। अगर पंचायत चाहती है कि शराब ठेका न खोला जाए तो इसका रेज्यूलेशन पास करके विभाग को देना होता है। सरकार की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद संबंधित पंचायत में शराब ठेके को शामिल नहीं किया जाएगा।
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2019-20 के लिए इन पंचायतों ने किया आवेदन
गांव में 2019-20 में शराब ठेका न खोलने के लिए पंचायत बनगांव, भिरड़ाना, गदली, खुंबर, धांगड़ा, मघेड़, चितैन, इंदाछुई की तरफ से रेज्यूलेशन पास करके आबकारी विभाग को आवेदन दिया गया है। सबसे अहम बात यह है कि गांव गदली ही एकमात्र ऐसी पंचायत थी, जिसका सरकार की तरफ से पिछले साल आवेदन मंजूर किया गया था।
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पिछले दो सालों में इन पंचायतों ने किया आवेदन
2017-18
ग्राम पंचायत मूसाखेड़ा, मानावाली, चुहड़पुर, अलालवास, खुंबर, मोचीवाली, ठरवी, नाढोड़ी, हंसेवाला, शक्करपुरा, बनावाली, अलीका, पालसर, नढ़ैल, रतनगढ़, बनगांव, एमपी रोही, धांगड़, डांगरा, काजलहेड़ी, धारनियां, भोडा होशनाक, ढाणी भोजराज, ढाणी सांचला, डुल्ट, टिब्बी, जाखल गांव, गोरखपुर, शेखुपुर दड़ौली तथा बहबलपुर
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वर्ष 2018-19
ग्राम पंचायत झलनियां, बीसला, जांडवाला सोतर, मेहूवाला, खुंबर, भूथनखुर्द, गदली, हैदरवाला
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नए वित्त वर्ष में गांव में शराब का ठेका व उप ठेका न खोलने के लिए आठ पंचायतों ने रेज्यूलेशन पास करके दिया है। जांच की जाएगी कि गांव में अवैध शराब का पिछले दो साल में कोई मामला दर्ज है या नहीं। इसके बाद मुख्यालय में भेजा जाएगा। वहां पर संबंधित पंचायत को अपील के लिए बुलाया जाएगा।
- वीके शास्त्री, उपायुक्त, आबकारी एवं कराधान विभाग फतेहाबाद ।