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परीक्षा को देखकर डरें नहीं बल्कि एक उत्सव की तरह लें

जागरण संवाददाता फतेहाबाद परीक्षा सुनकर किसी को घबराना नहीं चाहिए बल्कि एक उत्सव की

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 11:34 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 06:12 AM (IST)
परीक्षा को देखकर डरें नहीं बल्कि एक उत्सव की तरह लें
परीक्षा को देखकर डरें नहीं बल्कि एक उत्सव की तरह लें

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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परीक्षा सुनकर किसी को घबराना नहीं चाहिए बल्कि एक उत्सव की तरह लेना चाहिए। तनाव रहित परीक्षा देंगे तो परिणाम भी अच्छे आएंगे। यह बात जिला उपशिक्षा अधिकारी वेदपाल दहिया ने दैनिक जागरण के कार्यक्रम हेलो जागरण में पाठकों की समस्याओं को दूर करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस बार अगर 134ए के तहत किसी ने दाखिला नहीं दिया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं जो नियम है उनके अनुसार ही निजी स्कूल अपनी सुविधा दे सकता है। परीक्षा के दौरान अच्छे से पढ़ने के साथ ही पौष्टिक भोजन भी करना चाहिए। भोजन मिलेगा तभी तो पढ़ने लिखने की ऊर्जा आएगी। इस कार्यक्रम में 15 पाठकों ने अपनी समस्या व सुझाव रखे। विद्यार्थियों ने खुद फोन कर जाना कि तनाव रहित परीक्षा कैसे दे।

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सवाल : 134ए के तहत दाखिला होने वाले बच्चों के साथ भेदभाव होता है, क्यों?

राजकुमार, फतेहाबाद।

जवाब : ऐसा तो नहीं होता। अगर आगामी दिनों में ऐसा होगा तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सभी निजी स्कूल संचालकों को पत्र लिखा जाएगा कि अगर ऐसा करते कोई मिला तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। कक्षा में किसी से नहीं कहा जाएगा कि किस बच्चे का दाखिला 134ए के तहत हुआ है।

सवाल : मैं बीपीएल परिवार से हूं क्या मुझे 134ए का लाभ मिलेगा?

: रमन कुमार, विद्यार्थी खाबड़ाकलां।

जवाब : बीपीएल परिवार से जो भी है उसे हर हाल में 134ए का लाभ मिलेगा। इसके लिए पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद एक एक काफी अपने खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवानी होगी। उसके बाद उसका दाखिला भी हो जाएगा।

सवाल : मैं ग्यारहवीं का छात्र हूं। परीक्षा की तैयारी कैसे करूं ?

: दिनेश, खाबड़ाकलां।

जवाब : परीक्षा की तैयारी करते समय एकांत होना चाहिए। जहां अधिक शोर होता है वहां पर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए। अगर पढ़ाई करते समय नींद आने लग जाए तो थोड़ा टहल लेना चाहिए। एक से दो घंटे तक लंबे समय तक नहीं पढ़ना चाहिए। बीच में ब्रेक अवश्य ले ताकि जो आपने पढ़ा है वो याद रह सके।

सवाल : 134ए का फार्म भरना था लेकिन साइट बंद पड़ी है, अब क्या करूं ?

: रमेश कुमार, फतेहाबाद।

जवाब : सभी लोग एक साथ ही फार्म भर रहे है इस कारण साइट बार बार रूक रही है। फार्म भरने की अंतिम तिथि 20 मार्च तक है। ऐसे में जल्दबाजी ना करें। अंतिम समय में जो भी फार्म भरा जाएगा वो भी लिया जाएगा। जिसने भी फार्म भरा है और उस स्कूल में सीट खाली है तो उसे हर हाल में दाखिला दिलाया जाएगा।

सवाल : 134ए के तहत दाखिला तो हो जाता है लेकिन बस सुविधा नहीं मिलती?

: विकास कुमार, फतेहाबाद।

जवाब : 134ए के तहत जो नियम है उसके अनुसार केवल निजी स्कूल फ्री में पढ़ाई करवा सकता है। अगर जिस गांव में स्कूल वैन जा रही है और तो वह उसे बच्चे को बैठा सकता है। इसके लिए स्कूल इंचार्ज को बाध्य नहीं किया जा सकता। अगर स्कूल वैन नहीं जा रही है तो माता-पिता को अपने बच्चों को स्कूल के अंदर छोड़ना पड़ेगा।

सवाल : मैं परीक्षा की तैयारी कैसे करूं?

: सुषमा, छात्रा शेखुपुर दड़ौली फतेहाबाद।

जवाब : अब परीक्षा का समय आ गया है और डेट शीट भी जारी हो गई है। इसलिए पेपर के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। सुबह स्कूल जाते है। इसके बाद कुछ समय के लिए घर पर आराम या इधर उधर जाना चाहिए ताकि दिमाग ठीक रहे। शाम को फिर खाना खाकर पढ़ाई करनी चाहिए। परीक्षा के दौरान छह घंटे अवश्य नींद लेनी चाहिए। सुबह 4 बजे उठकर फिर पढ़ाई करनी चाहिए ताकि सबकुछ याद रह सके।

सवाल : परीक्षा के दौरान समय का सदुपयोग कैसे करूं?

: अलका शेखुपुर दड़ौली फतेहाबाद।

जवाब : समय का उपयोग हर इंसान करता है। जो इंसान समय का उपयोग नहीं कर पाता वो भी पिछड़ा है। यहीं विद्यार्थी जीवन में लागू होता है। परीक्षा के समय बच्चे को एक समय चार्ट बना लेना चाहिए। कब उठना है और कब खाना और कब सोना है। अगर इसके अनुसार काम करेगा तो समय की बचत भी होगी और काम भी सही तरीके से होगा।

सवाल : परीक्षा सुनकर बच्चे घबरा जाते है ऐसे में क्या करें?

: निखिल जैन, टोहाना।

जवाब : बच्चों के अंदर से यह डर हमें निकालना होगा। परीक्षा के दौरान अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए समय देना होगा। उसे अच्छा भोजन देने के साथ अच्छा माहौल भी देना होगा। किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो बच्चे का ध्यान भी दूसरी तरफ चला जाता है। बच्चे को समझाना चाहिए कि परीक्षा को उत्सव की तरह ले।

सवाल : परीक्षा के दौरान में सबकुछ भूल जाता हूं, क्या करूं ?

: सुमीत कुमार, शेखुपुर दड़ौली।

जवाब : यह हर किसी की समस्या होती है। इसका मुख्य कारण परीक्षा के समय हम रट्टे का प्रयोग करते है। रट्टे का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए। अच्छे से याद करना चाहिए। तीन से चार बार जवाब को लिखकर देखना चाहिए। जितना अधिक लिखोगे उतान अधिक ही याद रहेगा। तनाव रहित परीक्षा देंगे तो सबकुछ याद आ जाएगा।

सवाल : 134ए के तहत हुए दाखिले में बच्चों के साथ भेदभाव किया जाता है ?

: महेश कुमार, बड़ोपल।

जवाब : ऐसा तो नहीं होना चाहिए। अगर इस बार कोई शिकायत आएगी तो स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की जाएगी। मैं कल ही इस विषय में एक पत्र भेज रहा हूं। जिसके स्पष्ट तौर पर कहा जाएगा कि अगर इस तरह बच्चों के साथ भेदभाव होगा तो कार्रवाई से नहीं बच सकेंगे। बच्चों के सामने फीस भी नहीं मांग सकेंगे।

सवाल : परीक्षा के दौरान तनाव महसूस करता हूं, मार्गदर्शन करें।

: सुरेश कुमार, मुकेश, सुरजीत सिंह फतेहाबाद

जवाब : परीक्षा के दिनों में घबराना नहीं चाहिए। हमें हल्का भोजना करना चाहिए और अधिक से अधिक पढ़ना चाहिए। एक टाइम टेबल बना लेना चाहिए। अगर ऐसा करेंगे तो तनाव भी नहीं रहेगा। जहां अधिक शोर है वहां पर नहीं पढ़ना चाहिए। परीक्षा के दौरान टीवी व मोबाइल को हाथ तक नहीं लगना चाहिए। अगर पढ़ते-पढ़ते बोर हो रहे हैं तो कुछ समय के लिए टहलना चाहिए।


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