महंगाई के दौर में जिले के व्यापारियों को रास नहीं आया बाजार बंद
जीएसटी की कशमकश और पेट्रोलियम पदार्थों की आसमान छूती की
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जीएसटी की कशमकश और पेट्रोलियम पदार्थों की आसमान छूती कीमतों के दौर में आर्थिक रूप से पिछड़े फतेहाबाद जिले के व्यापारियों ने राजनीतिक बंद से खुद को किनारा कर लिया। तमाम अपील व दलील के बावजूद जिला मुख्यालय में व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे, हालांकि कुछ तहसील स्तर के बाजारों में थोड़ी देर के लिए दुकानें बंद जरूर रही। कुल मिलाकर जिन मुद्दों को लेकर इनेलो व बसपा ने बाजार बंद का ऐलान किया था वह बेअसर दिखाई दे गया।
इनेलो व बसपा के नेताओं ने प्रदेश बंद के तहत फतेहाबाद में भी बंद को सफल बनाने के लिए अपनी तरफ से भरपूर प्रयास किया। इस दौरान वे पूरे शहर में घूमकर दुकानदारों से बंद का आहवान करते दिखाई दिए, कई जगह दुकान बंद करवाने के लिए जोर जबरदस्ती प्रयास भी किए, हालांकि पूरे शहर में बंद का कहीं भी असर दिखाई नहीं दिया। कई जगह दुकानदारों ने नेताओं के कहने पर अपनी दुकान बंद की तो उनके जाते ही वापस खोल दिया। कुछ जगह तो दुकानदारों ने दुकानें बंद करने से ही मना कर दिया। लालबत्ती चौक व परशुराम चौक पर दो दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद करने से इंकार कर दिया। इसको लेकर विवाद हुआ, लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर शांत करवाया।
शनिवार को इंडियन नेशनल दल लोकदल व बहुजन समाजवादी पार्टी के नेताओं ने प्रदेश बंद का आहवान किया था। जिसके तहत फतेहाबाद में भी इनेलो व बसपा के नेताओं के साथ विधायक बलवान ¨सह दौलतपुरिया बंद को सफल बनाने के लिए सुबह 9 बजे फव्वारा चौक पर एकत्रित हुए। इसके बाद लालबत्ती चौक से पालिका बाजार होते हुए थाना रोड व धर्मशाला रोड पर गए। जहां पर दुकानदारों से दुकानें बंद करने का आग्रह किया। इसके बाद फतेहाबाद रोड पर भी जाकर दुकानें बंद करवाने का प्रयास किया। इस दौरान भरत ¨सह परिहार, विद्यारती, सुमनलता सिवाच, राणाजोहल, गुलाब ¨सह सुंडा, बसपा जिलाध्यक्ष बलवान फानर, सुरेन्द्र लेगा, पवन चुघ मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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यातायात बंद करवाने की नहीं की कोशिश, मंडी भी रही खुली :
इनेलो नेताओं ने हरियाणा बंद को शांतिप्रिय तरीके से किया। इस दौरान उनके वर्करों ने रोडजाम व परिवहन सेवा बंद करवाने की कोशिश नहीं की। इससे जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। दोनों राजनीतिक पार्टी के नेता व कार्यकर्ता शांति से प्रदर्शन करें, इसलिए उनके साथ भारी पुलिसबल तैनात किया।