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21 साल पहले बना जिला, राजस्व रिकॉर्ड आज भी हिसार में

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :जिले का लघु सचिवालय परिसर है, कोर्ट परिसर है, तमाम अधिकारि

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 12:40 AM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 12:40 AM (IST)
21 साल पहले बना जिला, राजस्व रिकॉर्ड आज भी हिसार में
21 साल पहले बना जिला, राजस्व रिकॉर्ड आज भी हिसार में

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :जिले का लघु सचिवालय परिसर है, कोर्ट परिसर है, तमाम अधिकारियों के कार्यालय हैं, लेकिन जिले का राजस्व रिकॉर्ड आज भी जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर हिसार में है। मुख्यालय में राजस्व रिकॉर्ड के लिए अलग से रूम भी बना हुआ है। लेकिन प्रशासन रिकॉर्ड मंगवाने के लिए तत्पर दिखाई नहीं दे रहा है। रिकॉर्ड उपलब्ध न होने के कारण आमजन के लिए परेशानी की वजह बना हुआ है।

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15 जुलाई 1997 को फतेहाबाद जिले के रूप में अस्तित्व में आया था। उससे पहले हिसार जिले का ही हिस्सा था फतेहाबाद। 21 साल के बाद भी फतेहाबाद जिले के आधे से ज्यादा रेवेन्यू रिकॉर्ड हिसार में ही रखा हुआ है। उस रिकॉर्ड को जिले में शिफ्ट करने की मांग कई बार उठ चुकी है। हर बार अधिकारी आश्वासन देता है कि रिकॉर्ड जल्द मंगवाया जाएगा। लेकिन होता ऐसा नहीं है। लघु सचिवालय परिसर में इस समय दो खंड हैं। इनमें 220 से ज्यादा कमरे हैं। रेवेन्यू रिकॉर्ड रखने के लिए रिकॉर्ड रूम भी बनाया हुआ है, लेकिन रिकॉर्ड यहां शिफ्ट नहीं किया जा रहा। --ऑनलाइन मिल रहा केवल नया रिकॉर्ड राजस्व का रिकॉर्ड ऑनलाइन हो चुका है और ई दिशा केंद्र से कॉपी ली जा सकती है। लेकिन ई दिशा केंद्र में सिर्फ नया रिकॉर्ड ही लिया जा सकता है। यहां सिर्फ चालू रिकॉर्ड मिल सकता है। केंद्र से केवल पांच साल तक रिकॉर्ड उपलब्ध है। इससे पुराना रिकॉर्ड कानूनगो के कार्यालय से मिलता है। वर्ष 1961 से 1985 तक का रिकॉर्ड लेना है तो हिसार से ही निकलवाना पड़ेगा। --जिले की स्थिति

जिला बना : 15 जुलाई 1997

क्षेत्रफल :2538 वर्ग किमी

जनसंख्या : करीब साढ़े 10 लाख

उपमंडल- रतिया, टोहाना व फतेहाबाद

तहसील- रतिया, टोहाना, फतेहाबाद

पंचायतें: 245

कृषि योग्य भूमि: 229970 हेक्टेयर --यह हर किसी की समस्या एडवोकेट एवं पूर्व बार प्रधान सुशील बिश्नोई ने बताया कि यह समस्या आमजन की है। जब भी कोई केस होता है तो रिकॉर्ड के लिए हिसार जाना पड़ता है। जिला बने हुए 21 वर्ष हो चुके है। अब तो रिकॉर्ड आना चाहिए। अगर रिकॉर्ड आ जाएगा तो लोगों को परेशान नहीं होगी। यह भी नहीं कि हिसार जाते हैं रिकॉर्ड मिल जाएगा। जरूरतमंद तो दो से तीन बार चक्कर काटने के बाद रिकॉर्ड मिलता है और परेशान होने के साथ धन की भी हानि होती है। इसलिए प्रशासन को प्रयास करना चाहिए जल्द ही रिकॉर्ड फतेहाबाद में आए। --रिकॉर्ड लाने के लिए प्रयास चल रहे है। राजस्व अधिकारियों को इसके बारे में कहा गया है। जल्द ही उम्मीद है कि फतेहाबाद का रिकॉर्ड हमारे यहां आ जाएगा।

डा. जेके आभीर, उपायुक्त फतेहाबाद।


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