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बेसहारा पशुओं को मिलेगा सहारा, पशुओं को पकड़ने के लिए टेंडर जारी

जागरण संवादाता फतेहाबाद स्ट्रे कैटल का दंभ भरने वाले प्रशासन ने भी मान लिया है कि जिल

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 07:50 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 07:50 AM (IST)
बेसहारा पशुओं को मिलेगा सहारा, पशुओं को पकड़ने के लिए टेंडर जारी
बेसहारा पशुओं को मिलेगा सहारा, पशुओं को पकड़ने के लिए टेंडर जारी

जागरण संवादाता, फतेहाबाद :

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स्ट्रे कैटल का दंभ भरने वाले प्रशासन ने भी मान लिया है कि जिले में सड़कों पर बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ गई है। यही कारण है कि फतेहाबाद शहर में इन पशुओं को पकड़ने के लिए टेंडर लगा दिया है। आखिरकार दैनिक जागरण की मुहिम कामयाब रही है। हालांकि जिला प्रशासन ने देर से कदम उठाया लेकिन जो कदम उठाया है वो दुरुस्त उठाया है। आने वाले समय में धुंध गिरने वाली है। ऐसे में सड़कों पर ये पशु नजर तक नहीं आते और हादसों का कारण भी बनते है। लेकिन अब नगरपरिषद फतेहाबाद ने टेंडर जारी कर एक पहल शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि पहले चरण में यह टेंडर फतेहाबाद में लगाया गया है। बाद में टोहाना, रतिया, जाखल व भूना नगरपालिका में भी लगाया जाएगा। यह टेंडर 4 दिसंबर को खोला जाएगा।

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सरकारी की तरफ अनुदान के रूप में मिल रहा 150 रुपये प्रति साल पशु खर्च

जिले के बड़े गांवों में गोशालाएं बनी हुई हैं। कुछ गांवों पांच से छह गांवों की गोशाला इकट्ठी है। लोग यहां पर दान भी करते है। ऐसे में सरकार की तरफ से जो राशि मिल रही है। लेकिन सरकार की तरफ से 150 रुपये प्रति पशु साल में एक बार मिल रहा है। ऐसे में नंदीशाला व गोशालाओं से ये पशु सड़कों पर आ गए है। अब इन पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलेगा तो गोशालाओं व नंदीशालाओं को आर्थिक सहायता भी देनी होगी।

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फतेहाबाद से पिछले पांच सालों से बेसहारा पशुओं से हुई मौत व घायल का आंकड़ा

वर्ष मौत घायल

2015 13 40

2016 10 20

2017 07 30

2018 05 10

2019 03 15

2020 02 06

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जिले में गोशालाएं : 62

जिले में नंदीशाला : 9

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बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए ये रखी है शर्ते

-ठेका एक वर्ष के लिए होगा।

-बेसहारा पशुओं को पकड़ते समय किसी तरह की उन्हें हानी ना हो।

-टेंडर खुलने के बाद प्रति पशु पकड़ने की राशि तय की जाएगी।

-पशुओं को पकड़ने के लिए उनके पास संसाधन होना चाहिए।

-अगर पशुओं के कारण शहर में किसी तरह की दुर्घटना होगी तो ठेकेदार जिम्मेदार होगा।

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शहर में बेसहारा पशुओं की संख्या अधिक होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही थी। इसी कारण टेंडर लगा दिया गया है। बाद में दूसरे शहरों में भी टेंडर लगाया जाएगा। टेंडर खुलने के बाद वर्क ऑर्डर जारी कर सड़कों पर घूम रहे पशुओं को पकड़वाने का काम शुरू करवा दिया जाएगा।

समवर्तक सिंह

जिला नगर आयुक्त फतेहाबाद।


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