डीसी ने धान के अवशेष जला रहे किसान को पकड़वाया, एफआइआर दर्ज
जागरण संवाददाता फतेहाबाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी फसलों के अवशेष जलाने से कि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी फसलों के अवशेष जलाने से किसान बाज नहीं आ रहे है। प्रशासन द्वारा गठित टीम के प्रयास के बाद भी किसान लगातार फसलों के अवशेष जला रहे हैं। अब जिले के राजस्व, कृषि व पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ खुद उपायुक्त भी खेतों में जाकर धान के अवशेष जला रहे किसानों को रोक रहे हैं। जो किसान आग लगा रहे है उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत देकर एफआइआर भी दर्ज करवा जा रही है।
पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब डीसी धीरेन्द्र खड़गटा भी एक्शन मोड में आ गए हैं। पहले गांव टिब्बी में पराली जला रहे एक होमगार्ड को पकड़ने के बाद बुधवार पराली जलने की सूचना पाकर डीसी दलबल सहित गांव शहीदांवाली पहुंच गए। यहां पर पराली में धुआं उठ रहा था और डीसी भागकर खेत में पहुंचे और आग को बुझवाया। डीसी ने किसान को जुर्माना किया है और पुलिस को किसान पर केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इस अवसर पर डीसी धीरेन्द्र खड़गटा ने बताया कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन की 50-60 टीमें लगी हुई हैं। इन टीमों के पास दो से तीन गांव हैं और टीमों पर सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं। उनके नीचे दो टीम काम कर रही हैं और इन टीमों में पटवारी, एडीओ व पुलिस कर्मचारी शामिल हैं। किसान रात को पराली को आग लगाते हैं, इसलिए यह टीमें दिन रात नजर रखे हुए हैं। जहां पराली जलाने की सूचना मिलती है, टीम वहां जाकर जांच करती है और संबंधित किसान पर केस दर्ज किया जा रहा है व जुर्माना भी लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट भी पराली जलाने को लेकर काफी सख्त है, क्योंकि इससे आम जनता के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है।