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चिल्ली झील होगी विकसित, नप ने 8.42 करोड़रुपये का चेक जनस्वास्थ्य विभाग के नाम काटा

विनोद कुमार फतेहाबाद चिल्ली झील को विकसित करने के लिए अधिकारियों ने काम करना शु

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 01:31 AM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:36 AM (IST)
चिल्ली झील होगी विकसित, नप ने 8.42 करोड़रुपये का चेक जनस्वास्थ्य विभाग के नाम काटा
चिल्ली झील होगी विकसित, नप ने 8.42 करोड़रुपये का चेक जनस्वास्थ्य विभाग के नाम काटा

विनोद कुमार, फतेहाबाद :

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चिल्ली झील को विकसित करने के लिए अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है। पानी निकासी के लिए नगरपरिषद के अधिकारियों ने जनस्वास्थ्य विभाग के नाम 8 करोड़ 42 लाख रुपये का चेक भी काटकर दे दिया है। जनस्वास्थ्य विभाग के पास रुपये आने के बाद उन्हें सबसे पहले पानी निकासी का प्रबंध करना होगा। पानी निकासी की समस्या दूर होने के बाद यहां पर भव्य पार्क का निर्माण किया जाएगा। लेकिन पाइप लाइन डालने में कई अड़चनें है जिसे सबसे पहले दूर करना है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खुद मानते है कि रुपये तो आ गये है लेकिन पाइप लाइन डालना सबसे बड़ी मुश्किल है। कई अधिकारियों से अनुमति लेने के साथ जमीन के मालिकों को भी मुआवजा देना पड़ेगा। ऐसे में चिल्ली झील को विकसित करने में काफी समय लग जाएगा।

मुख्यमंत्री ने करीब 2010 में चिल्ली झील को विकसित करने की घोषणा की थी। अभी तक धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है। यहीं कारण है अनेक संगठन कई बार मांग उठा चुके है। लेकिन अधिकारियों द्वारा अनसुनी करने के बाद संस्था ने भी अब विरोध शुरू करना बंद कर दिया है। लेकिन पिछले दिनों ही डीसी ने आदेश दिये थे कि चिल्ली झील को विकसित किया जाये उसके बाद अब प्रशासन भी हरकत में आ गया है।

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तीन विभाग के अधिकारियों ने चिल्ली झील का किया निरीक्षण

शनिवार को जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ, नगरपरिषद के कार्यकारी अभियंता, हरियाणा शहरी प्राधिकरण के एसडीओ ने चिल्ली झील का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाइप लाइन डालने के बारे में विचार किया गया। वहीं नप अधिकारियों से भी कहा गया कि वे झील के पानी निकासी के लिए जो रुपये आये है उन्हें जनस्वास्थ्य विभाग को दे। देर शाम को जनस्वास्थ्य विभाग के नाम 8 करोड़ 42 लाख रुपये का चेक भी काट दिया।

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पार्क बनाने का लिया था फैसला

पहले नप प्रशासन की तरफ यह फैसला लिया गया है कि चिल्ली व तहसील चौक के पुरानी पुलिस लाइन की जगह पर पार्क बनाया जाएगा। तहसील चौक में हेरिटेज पार्क का निर्माण करवाया दिया गया है, लेकिन चिल्ली पर पार्क बनाने को लेकर जब समस्या खड़ी हो गई। जब यह सामने आया कि अगर यहां पार्क बना तो शहर की पानी की निकासी कैसे होगी। इसके बाद निर्णय लिया गया है कि चिल्ली के पानी की निकासी के लिए बुस्टिग स्टेशन बनाया जाएगा।

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रंगोई नाले तक बिछाई जाएगी पाइप लाइन :

पहले नप प्रशासन व जनस्वास्थ्य विभाग ने मिलकर फैसला लिया है कि जनस्वास्थ्य विभाग चिल्ली पर बूस्टिग के जरिए गंदे पानी की निकासी खैराती खेड़ा रोड पर लगे सीवरेज प्लांट में भेजा जाएगा। इसके बाद वहां से इस पानी की निकासी के लिए रंगोई नाले तक पाइप लाइन बिछाई जाएगी। लेकिन अब यह प्लान बदल दिया गया है। अब चिल्ली का गंदा पानी बूस्टिग स्टेशन के जरिए हुडा के माजरा रोड पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा। वहां से आगे रंगोई नाले में निकाला जाएगा।

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अब ये है चुनौती

जनस्वास्थ्य विभाग के पास अब रुपये तो आ गये है लेकिन पाइप लाइन डालनी इतनी आसान भी नहीं होगी। सबसे पहले फोरलेन अधिकारियों से पाइप लाइन डालने के लिए आज्ञा लेनी होगी। इसके अलावा छोटी-बड़ी सड़क और आ रही है इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग से अनुमति लेनी होगी। वही सबसे बड़ी चुनौती जहां से पाइप लाइन डालनी है वहां के किसानों से अनुमति भी लेनी है। अधिकारी खुद मान रहे है कि पाइप लाइन डालना चुनौती है। लेकिन अब फाइल बनाकर इस कार्य को जल्द से जल्द शुरू करवाने का प्रयास किया जाएगा।

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चिल्ली झील की क्या है विशेषता

चिल्ली झील का इतिहास काफी पुराना है। चिल्ली झील के पास ही ऐतिहासिक लाट भी बनीं हुई है। जिससे शहर का नाम फतेहाबाद पड़ा था। काफी साल पहले इसी चिल्ली झील का पानी लोग पीते थे। लेकिन अब गंदा पानी जाने के कारण दूषित हो गया है। अब तो इस गंदे पानी की बदबू से भी लोग परेशान है। कई बार लोग विरोध भी कर चुके है।

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तीनों विभागों के अधिकारियों ने चिल्ली झील का निरीक्षण किया था। नगरपरिषद ने जनस्वास्थ्य विभाग को 8 करोड़ 42 लाख रुपये का चेक काट दिया है। अब जनस्वास्थ्य विभाग को पाइप लाइन डालने का कार्य तेज करना होगा। गंदे पानी की निकासी होने के बाद पार्क बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।

अमित कौशिक

कार्यकारी अभियंता नगरपरिषद फतेहाबाद।

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चिल्ली झील का निरीक्षण किया गया था। गंदे पानी की निकासी के लिए माजरा रोड पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में गंदा पानी डाला जाएगा। बाद में इस पानी को रंगोई नाले में डाला जाएगा। लेकिन पाइप लाइन बिछाना भी अब चुनौती है। लेकिन फिर भी प्रयास किया जाएगा कि जल्द से जल्द इस प्रोजेक्ट को शुरू करवाया जा सके।

अंचल जैन

एसडीओ जनस्वास्थ्य विभाग फतेहाबाद।


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