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56 साल की उम्र में 28 बार कर चुकीं रक्तदान, 200 महिलाओं को भी किया प्रेरित

संवाद सूत्र टोहाना अकसर महिलाएं थोड़ी सी भी चोट लगने के बाद बहने वाले रक्त को देखकर

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 07:32 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 07:32 AM (IST)
56 साल की उम्र में 28 बार कर चुकीं रक्तदान, 200 महिलाओं को भी किया प्रेरित
56 साल की उम्र में 28 बार कर चुकीं रक्तदान, 200 महिलाओं को भी किया प्रेरित

संवाद सूत्र, टोहाना :

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अकसर महिलाएं थोड़ी सी भी चोट लगने के बाद बहने वाले रक्त को देखकर घबरा जाती हैं। रक्तदान करने में भी पुरुषों से पीछे रहती है। लेकिन कई हस्तियां ऐसी भी होती है जो समाज को एक दिशा देने का काम करती है। सैनी चौक के पास स्थित मोती कोयले वाली गली की निवासी 56 वर्षीया पम्मी भुटानी इन्हीं में से एक हैं। ये मृत्यु शैय्या पर लेटे तथा थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए अब तक 28 बार रक्तदान कर नवजीवन प्रदान कर चुकी हैं।

नरेंद्र कुमार भुटानी की धर्मपत्नी पम्मी भुटानी ने सर्वप्रथम आज से 20 वर्ष पूर्व आपातकालीन में मानव सेवा संगम द्वारा संचालित लैब में एक अस्वस्थ महिला के लिए रक्तदान किया था। जिससे उसने रक्तदान की महत्ता का अहसास हुआ था। उसके बाद 5 वर्ष पूर्व टोहाना में रक्तदान के क्षेत्र में नवगठित संस्था फ्रेंडस टू हेल्प से जुड़कर न केवल उसे रक्तदान करने का मौका मिला बल्कि महिलाओं को भी रक्तदान के प्रति प्रेरित करने की मुहिम शुरू की।

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किट्टी पार्टी से जुड़ीं महिलाओं को भी लिया साथ

किट्टी पार्टी से जुड़ी महिला सदस्यों से विचार विमर्श कर उसने प्रथम बार एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें कई महिलाओं ने रक्तदान किया, लेकिन कई महिलाएं खून की कमी के कारण रक्तदान नहीं कर सकी। फिर भी उन्होंने इस मुहिम को आगे ले जाने में महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागरूक करने का अभियान शुरू किया। अब तक 200 से अधिक महिलाएं पम्मी भुटानी की प्रेरणा से रक्तदान कर चुकी हैं।

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रक्तदान कर मनाती हैं हर शुभ अवसर

पम्मी भुटानी बेशक 56 वर्ष की हो चुकी है, लेकिन वह अब तक 28 बार रक्तदान कर चुकी है और सैकड़ों महिलाओं को जागरूक कर चुकी है। वहीं मौजूदा समय में भी वह 24 घंटे जरूरतमंदों को स्वयं अथवा दूसरों से रक्त उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर रहती है। पम्मी भुटानी किसी भी राष्ट्रीय पर्व, अपने व अपने पुत्र अथवा पुत्रवधू व पौत्र के जन्मदिन को भी रक्तदान कर मनाती है। उनकी प्रेरणा से उनकी बेटी एक बार तथा उनके बेटे तनु भुटानी भी 7 बार रक्तदान कर चुके है। जबकि पुत्रवधू भी रक्तदान कर चुकी है। रक्तदान के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने को लेकर शहर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा उन्हें कई बार प्रशस्तिपत्र देकर सम्मनित किया जा चुका है।

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महिला ग्रुप भी बनाया

फ्रेंडस टू हेल्प महिला विग की अध्यक्षा पम्मी भुटानी के नेतृत्व में अनेक महिलाएं अब समय-समय पर रक्तदान के क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रही है। जबकि वह स्वयं भी वर्ष में चार बार रक्तदान करती है। इस क्षेत्र में उन्हें उनके परिवारजनों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। वहीं उनका कहना है कि उन्हें रक्तदान करने तथा जरूरतमंद के लिए रक्त उपलब्ध करवाने में बड़ी खुशी मिलती है। उसने रक्तदान की सेवा के साथ-साथ मरनोपरांत नेत्रदान करने का भी संकल्प लिया हुआ है ताकि मरने के बाद किसी के अंधियारे जीवन में उजाला हो।


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