पत्नी से कॉल करवा बातें रिकॉर्ड कर की ब्लैकमे¨लग, मांगे एक लाख रुपये
पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी को ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठ
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी को ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने के आरोप में एक गिरोह को पकड़ा है। इस गिरोह में एक महिला व उसके पति समेत कुल पांच लोग शामिल थे। महिला ने अपने पति की प्ला¨नग के अनुसार पहले स्वास्थ्य कर्मी को फोन कॉल किए। उसे बातों में उलझाने की कोशिश की। फिर यह धमकी दी कि उसकी बातें रिकॉर्ड कर ली हैं और यदि रुपये नहीं दिए तो वे उसे केस में फंसा देंगे। पीड़ित कर्मचारी ने परेशान होकर पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने बुधवार दोपहर को पांचों लोगों को पपीहा पार्क से गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों में गांव बनावाली निवासी धर्मबीर, उसकी पत्नी स्नेहा, शेखूपुर दड़ोली निवासी सुनील उर्फ सोनू, बीघड़ रोड निवासी जय¨सह व खैरातीखेड़ा रोड निवासी विजय कुमार शामिल हैं।
शिकायतकर्ता गांव खजूरी जांटी निवासी तेजपाल उर्फ तेजा है, जो नागरिक अस्पताल के ब्लड बैंक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। तेजपाल ने बताया कि उक्त महिला दो तीन बार अस्पताल में आई थी। वह उसके पास ब्लड बैंक में पहुंची और बोली कि उसे अस्पताल के सिस्टम के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए उपचार में मदद करने को कहा। वह एक दो बार उसे डाक्टर के पास छोड़ कर आया। इसके अलावा भीड़ में उसके साथ जाकर पर्ची कटा दी व दवा दिलाने में मदद कर दी। इसी बीच महिला ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया। उसने कहा कि उसे अगली बार कोई परेशानी आएगी तो संपर्क कर लेगी। तेजा के मुताबिक उसने अशिक्षित महिला समझ कर अपना नंबर दे दिया। इसके बाद उसने फोन पर मीठी मीठी बातें करने शुरू कर दी। तेजा के मुताबिक उसने महिला से कहा था कि वह ज्यादा फोन न किया करे। इसके बावजूद वह कई बार कॉल करती। हालांकि उसने महिला को एक बार भी अपने नंबर से कॉल नहीं किया।
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एक ने बताया खुद को सीआइए का सिपाही
तेजा के मुताबिक दो दिन बाद ही एक शख्स ने कॉल किया कि तेरे खिलाफ एक महिला की शिकायत आई है या तो उससे राजीनामा कर ले, अन्यथा तेरे खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके बाद ब्लैकमे¨लग का खेल शुरू हुआ। फिर उस महिला के पति के कॉल आने शुरू हो गए। उक्त लोग उससे एक लाख रुपये मांग रहे थे। कह रहे थे कि तूं महिला से गलत बातें करता है, इसलिए तेरे खिलाफ केस दर्ज करवा देंगे। यदि समझौता करना है तो एक लाख रुपये देने पड़ेंगे। काफी कोशिश के बाद तेजा ने उन्हें 70 हजार रुपये देने की बात पर राजी कर लिया।
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20 हजार रुपये लेते पकड़ लिए
तेजपाल उर्फ तेजा के पास देने को रुपये नहीं थे। इसलिए उसने अपने साथी कर्मचारियों से रुपये उधार मांगने शुरू किए। तब साथी कर्मचारियों ने उससे कारण पूछा कि आखिर रुपयों की जरूरत क्यों पड़ी। तब उसने सारी बात बताई। इसके बाद तेजा को साथ लेकर अस्पताल के कर्मचारी पुलिस के पास पहुंचे। सिटी थाना पुलिस ने एक टीम गठन की। उधर, शिकायतकर्ता को सारी प्ला¨नग बता दी गई और आरोपितों को रुपये लेने के लिए पपीहा पार्क बुला लिया। शिकायकर्ता के पास 20 हजार रुपये थे। उक्त पांचों लोग एक गाड़ी में सवार होकर रुपये लेने के लिए पपीहा पार्क में पहुंच गए। जैसे ही रुपये पकड़े, पुलिस ने मौके पर दबिश देकर पांचों को वहीं पर हाथों पकड़ लिया। पुलिस ने उनकी गाड़ी भी कब्जे में ले ली है। -----------------
एक आरोपित से है दूर की रिश्तेदारी
शिकायतकर्ता तेजपाल उर्फ तेजा ने बताया कि आरोपितों में शामिल धर्मबीर के साथ उसकी दूर की रिश्तेदारी है। वह रिश्ते में मामा लगता है। उसे पता था कि तेजा अस्पताल में नौकरी करता है और उसे ब्लैकमेल किया जा सकता है। इसके लिए उसने अपनी पत्नी का इस्तेमाल किया। अन्य तीन लोगों को वह नहीं जानता। वे धर्मबीर के सहयोगी के रूप में काम कर रहे थे।
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आरोपितों से अभी पूछताछ बाकी: एसएचओ
हमारे पास शिकायत आई थी कि एक महिला व उसके कुछ सहयोगी ब्लैकमेल कर रहे हैं। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हमने रुपये लेते हुए पांच लोग मौके पर पकड़ लिए। इनसे अभी पूछताछ की जाएगी कि वे इससे पहले कितने लोगों को ब्लैकमेल कर चुके हैं। उनका आपस में क्या संबंध है और कब से यह धंधा करते आ रहे हैं।
-सुरेंद्र कंबोज, शहर थाना प्रभारी।