खराब फसलों की होगी स्पेशल गिरदावरी
फतेहाबाद किसानों की मांग पर सरकार ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : किसानों की मांग पर सरकार ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए हैं। बुधवार से पटवारी व एडीओ स्पेशल गिरदावरी करने के लिए फील्ड में जाएंगे। इसमें वे प्रत्येक एकड़ में खड़ी फसल को देखेंगे कि कितना नुकसान हुआ है। इसका आकलन करते हुए रिपोर्ट तैयार करेंगे। प्रदेश सरकार ने ओलावृष्टि, भारी बारिश, जलभराव तथा सफेद मक्खी से खराब हुई नरमे, गन्ना, धान, ग्वार सहित अन्य खरीफ फसलों के नुकसान की स्पेशल गिरदावरी शुरू की है। इस गिरदावरी में राजस्व विभाग व कृषि एवं किसान कल्याण तथा गिरदावरी कार्य में जुड़े सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे खराबे फसल का सही मूल्यांकन कर अपनी रिपोर्ट दें। इस बार नरमे की फसल पर मौसम की मार भयंकर रूप से पड़ी। सरकार के दिशा-निर्देशानुसार सितंबर के शुरूआत में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने रिपोर्ट बनाई। जिसमें सामने आया था कि 72 हजार हेक्टेयर में बोई गई कपास की फसल में से 35 हजार हेक्टेयर प्रभावित हुई हैं। वहीं स्पेशल गिरदावरी में अब यह आंकड़े बढ़ने वाले हैं।
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पहले गिरदावरी कर चुके पटवारी
राजस्व विभाग के पटवारी पहले गिरदावरी कर चुके हैं। जिसमें उन्होंने बोई गई फसल के बारे में रिपोर्ट दर्ज करके हुए गिरदावरी की। अब उन्हें फिर से स्पेशल गिरदावरी करने को कहा गया है। ऐसे में वे फिर से फिल्ड में जाकर इस बार बोई गई फसल के उत्पादन का आंकलन करेंगे।
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कृषि विभाग की रिपोर्ट में चार वजह प्रमुख
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग व राजस्व विभाग द्वारा किए गए सर्वे में सामने आया था कि नरमे की फसल चार मुख्य वजह से प्रभावित हुई हैं। उसमें मुख्यत: सफेद मक्खी का प्रकोप, समय पर बारिश न होना, बाद में अधिक बारिश होने से जलभराव तथा बारिश होने के बाद आई बीमारी शामिल है।
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स्पेशल गिरदावरी से ज्यादा अहम क्रॉप कटिग एक्सपेरीमेंट
हालांकि बढ़ते किसानों के विरोध के बीच सरकार ने सरकार ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए हैं, लेकिन किसानों को मुआवजा तय क्रॉप कटिग एक्सपेरिमेंट से होगा। इसके लिए प्रत्येक गांव में एक फसल के चार जगह एक्सपेरिमेंट किया जाएगा। जिसमें गांव का औसत उत्पादन निकाला जाएगा। यह औसत उत्पादन गत पांच वर्ष से कम हुआ तभी मुआवजा मिलेगा। ऐसे में किसान प्रत्येक गांव में हो रहे क्रॉप कटिग एक्सपेरिमेंट में निगरानी करें। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत स्पेशल गिरदावरी पर मुआवजे का प्रावधान नहीं है। यह मुआवजा किसानों को क्रॉप कटिग एक्सपेरीमेंट पर मिलेगा। स्पेशल गिरदावरी पर मुआवजा किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से पहले मिलता था।
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सितंबर के शुरू में कृषि विभाग ने किया किया सर्वे
सितंबर के शुरू में कृषि विभाग ने अपने विभाग के एडीओ के मार्फत सर्वे किया। जिसमें सामने आया कि कपास की फसल को नुकसान हुआ है। उसकी रिपोर्ट बनाकर उन्होंने उच्चाधिकारियों भेज दी। भेजी गई रिपोर्ट इस तरह से थी।
जिले में कपास का क्षेत्र व प्रभावित हुए क्षेत्र हेक्टेयर में
ब्लॉक कॉटन का क्षेत्र प्रभावित फीसद
भट्टू 20 हजार 320 16 हजार 50 से 55
फतेहाबाद 25 हजार 500 11 हजार 500 25 से 30
भूना 16 हजार 300 5 हजार 150 15 से 20
रतिया 5 हजार 100 1 हजार 700 15 से 20
टोहाना 5 हजार 300 900 5 से 10
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जिले में बोई गई फसल
फसल रकबा हेक्टेयर में
धान 1 लाख
कपास 72 हजार
मूंगफली 15 हजार
बाजरा 10 हजार
ग्वार 4 हजार
गन्ना 3 हजार
ज्वार 10 हजार
मक्का 2 हजार वर्जन्:::::::::::
प्रदेश सरकार ने किसानों की ओलावृष्टि, भारी बारिश, जलभराव तथा सफेद मक्खी से खराब हुई कपास, गन्ना, धान सहित अन्य खरीफ फसलों के नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करने के आदेश जारी किए है। उसकी के अनुरूप जिले में भारी बारिश, ओलावृष्टि, जलभराव और सफेद मक्खी के प्रकोप से जिन क्षेत्रों में खराब हुई फसल की विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी। इसका कार्य बुधवार से शुरू हो जाएगा। एसडीएम के साथ मैं खुद स्पेशल गिरदावरी की फिल्ड में जाकर निगरानी करूंगा।
- डा. नरहरि सिंह बांगड़, उपायुक्त फतेहाबाद।
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