भगत ¨सह मार्केट में गारमेंट स्टोर के संचालक पर बरसाई लाठियां
शहर की भगत ¨सह मार्केट में शरारती तत्वों द्वारा गारमेंट स्टोर संचालक
संवाद सूत्र, भूना :
शहर की भगत ¨सह मार्केट में शरारती तत्वों द्वारा गारमेंट स्टोर संचालक पर लाठियां बरसाए जाने का मामला संज्ञान में आया है। दो मोटर साइकिलों पर सवार होकर आए 7 युवकों ने गारमेंट स्टोर के साथ लगती चूड़ी भंडार के संचालक पर भी लाठियों से हमला बोल दिया। जबकि इससे पूर्व हमलावरों ने नया बस स्टैंड पर भी दो युवकों को अपना निशाना बनाते हुए मारपीट की। उक्त युवकों की दहशत से शहीद भगत ¨सह मार्केट के दुकानदारों में हड़कंप मच गया और उन्होंने अपनी दुकानें बंद करके रोष व्यक्त किया। दुकानदारों ने घायल गारमेंट स्टोर के संचालक उमेश निराला को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना में भर्ती करवाया। उधर हमलावरों के कोप का शिकार हुए ढाणी सांचला निवासी दोनों युवकों को भी सीएचसी भूना में उपचार के लिए लगाया गया। घटना की सूचना मिलते ही थाना भूना प्रभारी रमेश किरमारा पुलिस बल सहित मौके पर पहुंच गए और घटना स्थल का जायजा लिया। पुलिस ने घायल के ब्यान लेकर जांच कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस बयान में निराला गारमेंट के संचालक उमेश निराला ने बताया कि सोमवार सायं पौने 4 बजे के करीब वह अपनी दुकान पर कार्य कर रहा था। इसी दौरान दो मोटर साइकिलों पर सवार होकर 7 युवक लाठियों और डंडों से लैस होकर आए और दुकान में घुस गए। दुकानदार ने अभी उनसे कोई बात ही नहीं की थी कि उक्त युवकों ने उमेश पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। दुकानदार को घसीटते हुए सातों युवक उसे दुकान से बाहर ले आए और जमकर पिटाई कर दी। आसपास के दुकानदार मौके पर पहुंचे तो उक्त सातों युवक अपने मोटर साईकिल सहित रफ्फूचक्कर हो गए।
दुकानदारों का कहना है कि इन युवकों के विरूद्ध पुलिस शिकायत करने पर ये शरारती तत्व जान से मारने पर भी उतारू हो जाते हैं, जिसके चलते पूरे शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है।
बता दे कि इससे पूर्व भी उकलाना रोड पर एक बूट हाऊस की दुकान पर दो बार शराती तत्व फाय¨रग की घटना को अंजाम दे चुके हैं, जबकि इसी रोड पर एक अन्य बूट हाऊस की दुकान पर भी धमकी दे चुके हैं। इसके अलावा कुछ वर्ष पूर्व अनाज मंडी में एक क्लाथ हाऊस की दुकान में भी शरारती तत्वों ने हुड़दंग मचाया था। कुछ युवकों की उक्त गुंडागर्दी के चलते दुकानदार सहमे हुए हैं, जबकि कुछ दुकानदार को शाम ढलते ही अपनी दुकानें बंद करके घर को निकल जाते हैं।