तीन साल बाद नए सब स्टैंड का होगा पेयजल व सीवरेज कनेक्शन, मिली मंजूरी, वन विभाग से मंजूरी न मिलने से रूका हुआ था कार्य
जागरण संवाददाता फतेहाबाद आखिरकार हिसार रोड पर सेक्टर पांच में बनाए गए बस स्टैंड
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
आखिरकार हिसार रोड पर सेक्टर पांच में बनाए गए बस स्टैंड में सीवरेज व पेयजल का कनेक्शन होने की उम्मीद जगह है। तीन साल के लंबे इंतजार के बाद वन विभाग ने मंजूरी दे दी। मंजूरी मिलने के बाद आगामी महीने से काम शुरू होगा। वन विभाग ने मंजूरी देने के बाद जो रास्ते में पेड़ आ रहे थे उनको कटवा दिए। इसके लिए पहले जन स्वास्थ्य विभाग अभियांत्रिकी से रुपये भरवाए गए। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 15 दिसंबर 2016 को फतेहाबाद रैली में नए बस स्टैंड के निर्माण की घोषणा की थी। इसके लिए आठ करोड़ रुपये मंजूर किए गए। नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य पहले ही दो साल देरी से पूरा हुआ था। वहीं पेयजल व सीवरेज कनेक्शन के लिए परिवहन विभाग ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को दिन साल पहले रुपये भर दिए थे। लेकिन वन विभाग ने अपने पेड़ों को नुकसान को देखते हुए पाइपलाइन बिछाने का काम रूकवा दिया। उसके बाद गत सप्ताह मंजूरी मिली है। अब वन विभाग के अनुसार जो पेड़ बीच में आ रहे थे। उनको कटवा दिया गया। प्रदेश का पहला चार मंजिला :
फतेहाबाद में बना बस स्टैंड प्रदेश का पहला चार मंजिला बस स्टैंड है। दो मंजिला तक बने कमरों का रोडवेज विभाग खुद प्रयोग करेगा। वहीं ऊपरी दो मंजिल विभिन्न विभागों को किराए पर दी जाएगी। इसके लिए लिफ्ट भी लगाई जा रही है। वही रेलिंग वाली सीढि़यां भी बनाई हुई है।
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शहर के बाहर शिफ्ट होने से मिलेगा विस्तार :
शहर के बाहर बने बस स्टैंड शिफ्ट होने से शहर को विस्तार मिलेगा। वहीं रोजगार के नए साधन उपलब्ध होंगे। फिलहाल शहर के बीचों-बीच स्थित बस स्टैंड छोटा पड़ने लगा था। वहीं बस शहर से होकर गुजरती है। हालांकि नया बस स्टैंड शुरू होने से भी बसें शहर से होकर गुजरेगी। इसकी वजह है कि बस स्टैंड से लेकर बाइपास तक सीधी सड़क का निर्माण नहीं हुआ। सड़क का निर्माण होने के बाद ही सीधी बसें बाईपास होकर गुजरेगी।
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मिल गई मंजूरी, जल्द होगा काम शुरू : गर्ग
नए बस स्टैंड के लिए पेयजल व सीवरेज पाइपलाइन डालने की मंजूरी वन विभाग से मिल गई है। मंजूरी न मिलने के चलते लंबे समय से कार्य रूका हुआ था। अब मंजूरी मिल गई है। इसके बाद जल्द ही काम शुरू करवा दिया जाएगा।
- तरुण गर्ग, कार्यकारी अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग।
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लागत आई : आठ करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री की घोषणा : 15 दिसंबर 2016
निर्माण शुरू हुआ : 17 अप्रैल 2017
पूरा करने की अवधि : जनवरी 2019
काम पूरा हुआ : दिसंबर 2020