छुट्टी के दिन आधार कार्ड बनने बंद, नवजात शिशुओं को नहीं मिल रही अस्पताल से छुट्टी
अब छुट्टी वाले दिन आधार कार्ड नहीं बनेंगे और न ही उसमें कि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
अब छुट्टी वाले दिन आधार कार्ड नहीं बनेंगे और न ही उसमें किसी प्रकार की गलती को ठीक किया जाएगा। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से इस पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा सीएचसी संचालकों को निर्देश भी दिए गए हैं। शनिवार, रविवार व छुट्टी के दिन आधार कार्ड नहीं बनेंगे। निर्देश जारी होने के बाद सबसे ज्यादा परेशानी नवजात शिशुओं को हो रही है। आधार कार्ड न बनने के कारण नवजात शिशुओं को अस्पताल से छुट्टी नहीं मिल रही है।
इस संबंध में सभी अस्पतालों में निर्देश जारी किए गए थे कि शिशु को अस्पताल से छुट्टी तब ही मिलेगी जब शिशु का आधार कार्ड बनेगा। छुट्टी के दिन परिजन सीएससी सेंटरों पर शिशुओं के आधार कार्ड बनवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं लेकिन कोई भी संचालक बनाने को तैयार नहीं है। इसके अलावा आधार कार्ड में गलतियों को ठीक करवाने के लिए भी कॉमन सर्विस सेंटरों पर काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। आधार कार्ड मशीन मुख्यालय से जीपीएस से जुड़ी है। छुट्टी के दिन मशीन ऑन होते ही मुख्यालय में सूचना पहुंच जाएगी।
-------
इसलिए जारी हुए निर्देश
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से ये निर्देश भी जारी किए गए हैं कि आधार कार्ड सिर्फ उन्हीं जगहों पर बनेंगे, जहां पर सरकारी बि¨ल्डग है। सरकारी बि¨ल्डग शनिवार, रविवार व छुट्टी के दिन बंद रहती हैं, ऐसे में सीएससी भी बंद रहेगी। कोई भी सीएससी संचालक छुट्टी के दिन आधार कार्ड नहीं बनाएगा।
-----
सबसे ज्यादा परेशानी नवजात शिशुओं को
छुट्टी के दिन आधार कार्ड मशीनें बंद होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी नवजात शिशुओं को हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अस्पतालों को निर्देश दिए गए थे कि जब तक शिशु का आधार कार्ड नहीं बनेगा, तब तक अस्पताल से छुट्टी नहीं मिलेगी। अब इन निर्देशों को लेकर स्वास्थ्य कर्मी व सीएससी संचालक भी असमंजस की स्थिति में हैं। वहीं छुट्टी के दिन ही विद्यार्थी व आम लोग आधार कार्ड बनवाना चाहते हैं लेकिन मशीनें बंद होने के कारण वापस लौट रहे हैं।
-------
सरकार की तरफ से ये निर्देश दिए गए हैं कि छुट्टी के दिन आधार कार्ड मशीनें बंद रहेंगी। इन निर्देशों के बाद आम जनता को परेशानी तो हो रही है। मुख्यालय में इस संबंध में बात की जाएगी ताकि कोई समाधान निकाला जा सके।
- सिकंदर
डीआइओ एनआइसी, फतेहाबाद ।