पुलिस के पहरे में 65 रूटों पर चली रोडवेज की 92 बसें
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के बावजूद सरकार ने 12वें ि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के बावजूद सरकार ने 12वें दिन रोडवेज की 92 बसें चला दी। हालांकि अधिकांश बसें एक रूट पर ही एक या दो बार ही चक्कर लगाई, लेकिन कागजों में रोडवेज की बसें चलाकर अधिकारियों ने वाहवाही लूट ली। अधिक संख्या में बस चलने के कारण रात के अंधेरे में की गई भर्ती का मामला भी ठंडा पड़ रहा है। शनिवार को बसें चलाने के लिए पुलिस फोर्स का सहारा लिया। होम गार्ड के जवान पहले ही तैनात थे। इसके अलावा पुलिस भी तैनात की गई। कार्यकारी थाना प्रभारी जगदीश चंद्र के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। पुलिस ने आते ही बेरोजगार युवाओं को बस स्टैंड के बाहर कर दिया, ये युवा अनुबंध पर कर्मचारी लगने के लिए बस स्टैंड में घूम रहे थे। इसके बाद नए चालकों व परिचालकों को रूटों पर भेज दिया गया। रोडवेज की 92 बसें 65 रूटों पर चली।
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अप्रेंटिस के युवाओं ने ठीक की तारों की गड़बड़ी
रोडवेज की कई बसों के तारें कटने के कारण स्टार्ट नहीं हो रही थी। इन बसों को रोडवेज में अप्रेंटिसशिप कर रहे युवाओं ने ठीक करके चलाया। रोडवेज अधिकारी ने बताया कि कुछ बसों के तारें काटी हुई थी। इसलिए बसें नहीं चल रही। उनका आरोप है कि बसों की तारें हड़ताल में शामिल कुछ कर्मचारियों ने काटी। जो अप्रेंटिस के युवाओं ने ठीक कर दिया।
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300 मीटर के दायरे में शुरू हुए तीन धरने
रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल के 12वें दिन धरना शुरू कर दिया हैं। बस स्टैंड के बाहर रोडवेज की तालमेल कमेटी के पदाधिकारी धरने पर बैठ गए है। जिसे शहर के अन्य संस्थाओं का समर्थन मिलने लगा हैं। वहीं लालबत्ती चौक पर सर्व कर्मचारी संघ के पदाधिकारी क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ हुए है। इसके अलावा भट्टूरोड पर स्थित बिजलीघर में हरियाणा कर्मचारी महासंघ से जुड़े कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए है। ऐसे में 300 मीटर के दायरे में तीन जगह धरने शुरू हो गए। एक चालक सहित चार परिचालक हड़ताल छोड़, लौटे काम पर
शनिवार को चार परिचालक काम पर लौट आए है, ये पिछले 11 दिनों से हड़ताल पर थे। उन्हें रोडवेज के महाप्रबंधक ने आश्वासन दिया है कि उनकी छुट्टिया मंजूर कर दी जाएगी। ऐसे में उन्हें परेशानी नहीं होगी। वहीं 57 नए चालकों में से सिर्फ एक चालक ने ही दोबारा ज्वाइन किया है। अभी भी 56 चालक हड़ताल पर है। रोडवेज के महाप्रबंधक सरकार के आदेशानुसार उन पर फिलहाल कार्रवाई नहीं कर रहे। महाप्रबंधक का कहना है कि उन्हें अभी समय दिया जा रहा है ताकि वे काम पर लौट सके।
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निर्धारित समय के अनुसार नहीं चल रही बसें
रोडवेज विभाग में यार्ड मास्टर सहित कई ¨वगो के अधिकारी लगातार कैजुवल लीव लेकर सरकार की नीति का विरोध कर रहे है। इसके अलावा कुछ कर्मचारी हाजरी लगाकर भी असहयोग आंदोलन चला रहे है। इससे सरकार के नए कर्मचारी लेकर बसें चलाने के मंसूबों पर पानी फिर गया है। निर्धारित समय के अनुसार बसें नहीं चल रही।
---------------------- मेरा लक्ष्य शत प्रतिशत बसें चलाने का है। मैं रात-दिन डिपो में रहकर बसें चलाने का प्रयास कर रहा हूं, असहयोग आंदोलन के चलते परेशानी आई है, लेकिन काफी हद तक उस परेशानी का दूर कर दिया। सरकार के आदेशानुसार बसें चलाई जा रही हैं। एक बार 92 से अधिक बसें चला दी है। जिसकी संख्या लगातार बढ़ती रहेगी।
- शंभूराम, महाप्रबंधक, रोडवेज।